अंकित सिंह,भरगामा(अररिया) भरगामा थाना क्षेत्र के सिमरबनी पंचायत के वार्ड संख्या 3 निवासी 65 वर्षीय बहादुर ऋषिदेव पिता उचित ऋषिदेव सोमवार की शाम को करीब 5 बजे अपने घर से करीब 300 मीटर दूर खेत में लगे धान की फसल को देखकर लौटने के दौरान फारबिसगंज थाना क्षेत्र के गरैया नदी के नटनियां घाट पर नदी पार करने के क्रम में गहरे पानी में डूब गया. ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार की शाम उक्त बुजुर्ग अपने खेत में लगे धान को देखने गया था. काफी देर तक बुजुर्ग के घर नहीं लौटने पर स्वजनों ने उसकी काफी खोजबीन की. पर उसका कुछ अता पता नहीं चला.
परिजनों ने बताया कि उन्हें गांव के एक लोगों ने नदी में डूबते हुए देखा है. बताया गया कि बहादुर घर का एकमात्र कमाऊ सदस्य था उनको दो पुत्री व दो पुत्र है. वह मजदूरी कर किसी तरह घर चलाता था. घटना के बाद परिजनों ने इसकी सूचना भरगामा व फारबिसगंज थाना अध्यक्ष एवं सीओ को दिया. वहीं सूचना मिलने के बाद पुलिस-प्रसाशन सहित एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच में जुटी हुई है. लेकिन कई घंटों तक अथक प्रयास करने के बाद भी उनका लाश नहीं मिल सका है.
बता दें कि इस हादसे को लेकर ग्रामीणों के बीच काफी देर तक अफरातफरी मची रही. परिवार के सदस्य ललित ऋषिदेव,लालो ऋषिदेव,हरिलाल ऋषिदेव,चंदन ऋषिदेव,भूटाय ऋषिदेव के अनुसार बहादुर की मौत के बाद परिवार की कमर टूट गयी. इधर घटना के बाद से परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं गांव में मातम पसरा हुआ है. इधर सामाजिक कार्यकर्त्ता विजय सिंह यादव,माधव यादव,पंकज ऊर्फ पिंटू,विरेन्द्र मंडल,मिहिर मंडल,आशीष मंडल,सुधन मंडल आदि ने परिजनों को 5 लाख रुपये की मुआवजा राशि देने की मांग की है.
इस संबंध में भरगामा थाना प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि घटनास्थल फारबिसगंज थाना क्षेत्र में है,इसलिए फारबिसगंज थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच-पड़ताल में जुटी हुई है. वहीं फारबिसगंज थाना अध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंचकर लाश की खोजबीन कर रही है.
Comments are closed.