बिहार न्यूज़ लाईव अररिया डेस्क: वरीय संवाददाता अंकित सिंह /अररिया। जिले के तेज तर्रार जिलाधिकारी इनायत खान ने अपने कार्यालय के पत्रांक 513 के तहत 4 मार्च 2024 सोमवार को भरगामा प्रखंड के विषहरिया पंचायत में काफी दिनों से आरटीपीएस बंद रहने के संबंध में भरगामा बीडीओ शशि भूषण सुमन सहित संबंधित कार्यपालक सहायक से स्पष्टीकरण पूछा है। डीएम ने अपने कार्यालय के आदेश पत्र में लिखा है कि उन्हें ई-मेल व समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी मिली है,कि विषहरिया पंचायत में काफी दिनों से आरटीपीएस काउंटर बंद रहने के कारण पंचायत के लोगों को जाति,आय,निवास आदि प्रमाण-पत्र बनाने हेतु प्रखंड कार्यालय जाना पड़ता है।
ग्रामीणों को हो रही इस समस्या को लेकर डीएम ने कड़ा एक्शन लिया है और बीडीओ सहित संबंधित कार्यपालक सहायक से 7 मार्च तक स्पष्टीकरण का जवाब देने को कहा है। एक तरफ तो डीएम के इस कड़े एक्शन से लोगों में हर्ष का माहौल है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ प्रखंड प्रशासन सहित उनके अधीनस्थ संबंधित कर्मी के कार्यशैली से परेशान लोगों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि साहब ये पहली मर्तबे आरटीपीएस खुलवाने के लिए डीएम कार्यालय का आदेश नहीं निकला है।
इससे पहले भी न जाने कितने बार बड़े-बड़े अधिकारी का आदेश निकल चुका है। लेकिन प्रखंड प्रशासन और उनके अधीनस्थ संबंधित मनमौजी कर्मी सभी आदेशों को समेट कर कचरे की डब्बे में डाल देते हैं। शायद इसीलिए यह डर सता रहा है कि डीएम का ये आदेश भी कचरे के डब्बे में ना चले जाय। वहीं अपना अधिकार पार्टी के असलम बेग ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि डीएम के इस बड़े एक्शन की जितना भी तारीफ की जाए कम है। उन्होंने बताया कि आइएएस इनायत खान के काम की तारीफ तो पीएम नरेंद्र मोदी भी कर चुक हैं।
उन्होंने जानकारी देते हुए ये भी कहा कि पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए बिहार के जवान रतन ठाकुर व संजय कुमार की बेटियों की परवरिश की जिम्मेदारी लेने की घोषणा कर वे सुर्खियों में आईं थीं। कुछ दिनों पहले उन्होंने कुर्साकाटा में सुंदरी नाथ महादेव मंदिर में जलाभिषेक कर भी धर्मनिरपेक्ष भारत की असली तस्वीर पेश की थी। बतौर डीएम,वे लगातार सक्रिय दिख रहीं हैं।
इसलिए वे समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों के दिलों में भी राज करतीं हैं शायद यही वजह है कि डीएम इनायत खान ने बड़ी उपलब्धियां हासिल की है। लेकिन अब ये देखना काबिले तारीफ होगा कि डीएम के इस आदेश को प्रखंड प्रशासन व उनके अधीनस्थ संबंधित कर्मी पालन करते हैं या फिर डीएम के यह आदेश भी ढाक के तीन पात के बराबर हीं साबित होता है।
Comments are closed.