**पाटलिपुत्र छपरा के लिए पहली बार चली मेमो ट्रेन
**लोगों ने किया रेलवे के इस कदम का स्वागत
***8 साल की प्रतीक्षा के बाद चलाई गई है ट्रेन
**त्योहारों के अवसर पर अस्थाई ट्रेन सेवा चलाई गई है जो 84 फेरों के लिए 31 दिसंबर तक की है स्थानीय लोगों ने इसे आगे बढ़ाने की मांग की है और परमानेंट चलाई जाने की मांग
***इसके टाइमिंग को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश समय बदलने की मांग।
छपरा :बहु प्रतीक्षित मांग के बावजूद आज दीघा रेल पुल चालू हुए लगभग 8 साल हो चुके हैं लेकिन छपरा से पटना के लिए कोई भी सीधी ट्रेन सेवा उपलब्ध नहीं थी यहां के लोगों की काफी मांग थी कि राजधानी पटना के सबसे निकटतम जिले छपरा के लिए सीधी ट्रेन सेवा उपलब्ध कराई जाए लेकिन यह आज तक पूरा नहीं हुआ था आज 9 अक्टूबर से पूर्व मध्य रेलवे के द्वारा पाटलिपुत्र स्टेशन से लेकर छपरा जंक्शन के लिए एक अस्थाई मेमो ट्रेन चलाई गई है। जो त्योहारों को देखते हुए केवल 84 फेरों के लिए 31 दिसंबर तक ही चलाई जाएगी।
हालांकि यह ट्रेन चलने से लोगों में काफी खुशी एवं उत्साह है कि छपरा से पटना के बीच कम से कम एक ट्रेन चलाई गई। और इस ट्रेन में आज काफी यात्रियों की भीड़ भाड़ भी दिखाई पड़ी। लोगों ने रेलवे के इस कदम का स्वागत किया है और कहा है कि यह ट्रेन परमानेंट चलाई जाए। हालांकि अभी यह ट्रेन त्यौहार के लिए अस्थाई रूप से चलाई गई है लेकिन लोगों की मांग पर रेल प्रबंधन आगे क्या करेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन इस ट्रेन के चलने से रेलवे को काफी फायदा होगा वह स्थानीय लोगों ने इस ट्रेन का एक तरह स्वागत किया है।
वहीं दूसरे तरफ ट्रेन के समय सारणी को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है। स्थानीय लोगों ने कहा है कि यह ट्रेन उल्टे समय पर चलाई जा रही है जिस समय इस ट्रेन को छपरा से चलना चाहिए था उसे समय इस ट्रेन पाटलिपुत्र से चल रही है जो की राजधानी में काम करने वालों के लिए ठीक नहीं है स्थानीय लोगों की मांग है कि छपरा से सुबह 6:00 या 6:30 बजे एक ट्रेन राजधानी पटना के लिए चलाई जाती तो बहुत ही अच्छा रहता यह ट्रेन चलाई गई है।
इसका समय काफी उलट है यह 8:30 बजे पाटलिपुत्र स्टेशन से खुलता है और लगभग 11:00 बजे छपरा जंक्शन पहुंचती है तथा छपरा से 3:00 बजे खुलता है और सब को 6:00 बजे पाटलिपुत्र स्टेशन पहुंचती है जो समय अनुकूल नहीं है।
गौरतलब है की रेल प्रशासन द्वारा छपरा से पटना के बीच कोई सीधी ट्रेन सेवा अभी तक नहीं थी और यह ट्रेन भी अस्थाई रूप से चलाई गई है क्योंकि छपरा वाराणसी डिवीजन में आता है उसके बाद सोनपुर डिवीज़न और फिर दानापुर डिविजन। इन तीन डिविजनों और दो रेल मुख्यालय के बीच आपसी तालमेल नहीं होने के कारण आज तक छपरा वासियों को ट्रेन की सुविधा नहीं मिल रही थी। आज से इस ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया है और स्थानीय लोगों ने इस ट्रेन के परिचालन शुरू होने पर खुशी का इजहार किया है।
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