जमुई: पुलिस कप्तान ने वाहन लुटेरा गैंग का किया खुलासा, सवारी बनकर वाहन लूट कांड को देता था अंजाम,तीन गिरफ्तार।
बिहार न्यूज़ लाइव मृगांक शेखर सिंह/जमुई डेस्क: जमुई जिले के गिद्धौर थाना क्षेत्र में बीते 29 मार्च को सड़क के किनारे अज्ञात शव पाए जाने की तप्तीश के दौरान जमुई के पुलिस कप्तान डॉ शौर्य सुमन ने शातिर वाहन लुटेरे गैंग का खुलासा किया है। जमुई के पुलिस कप्तान डॉ शौर्य सुमन ने प्रेस वार्ता कर मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि बीते 29 मार्च को गिद्धौर थाना क्षेत्र के संसारपुर के पास सड़क के किनारे एक अज्ञात शव मिला था। जिसका पोस्टमार्टम कर शव का शिनाख्त किया गया।
जिसकी पहचान टिकुलीपुर निवासी कुंदन कुमार पिता स्वर्गीय दिनेश यादव थाना बिहार जिला नालंदा के रूप में हुई थी। मृतक के परिजनों द्वारा बिहार थाना में अपहरण का मामला दर्ज कराया गया था। मृत युवक के अपहरण और हत्या संबंधित अनुसंधान के क्रम में पता चला कि कुंदन अपने स्कारपियो से किराया पर चार व्यक्ति को बिहार शरीफ रेलवे स्टेशन से लखीसराय विद्यापीठ ले जा रहा था। तकनीकी अनुसंधान और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उक्त मामले की छानबीन की गई जिसके आधार पर उक्त घटना के दिन उस गाड़ी में सवारी के रूप में सवार राजवर्धन शर्मा उर्फ राजू शर्मा को लखीसराय जिले से गिरफ्तार किया गया।जिस की निसानदेहि पर धनबाद से लूटी गई वाहन की खरीद बिक्री करने वाला चंदन चौधरी उर्फ पंकज और अजमेर भूषण को गिरफ्तार किया गया।
अनुसंधान के दौरान गिरफ्तार अभियुक्त अजमेर भूषण ने बताया कि हम लोगों के द्वारा पटना हवाई अड्डा से एक स्विफ्ट गाड़ी को रिजर्व कर जमुई लाया गया एवं मलयपुर थाना अंतर्गत कटौना के पास चालक का हाथ पैर बांधकर धक्का देकर गाड़ी को छीन लिया। लुटेरों ने स्विफ्ट कार में रखे ₹7000 रियलमी कंपनी का मोबाइल ड्राइविंग लाइसेंस एवं गाड़ी का संबंधित सभी आवश्यक मूल कागजात लूट लिया।लुटेरों ने लुटे हुए स्विफ्ट कार को झारखंड के देवघर निवासी उस्मान मियां के पास बेच दिया था।
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान राजवर्धन शर्मा उर्फ राजू शर्मा पिता जोतेंद्र प्रसाद शर्मा उम्र 33 वर्ष साकिन पवे थाना सूर्यगढ़ा जिला लखीसराय,चंदन चौधरी उर्फ पंकज चौधरी उम्र 38 वर्ष पिता शिव कुमार चौधरी साकिन प्रोफेसर कॉलोनी धनबाद झारखंड,अजमेर भूषण पिता शशिभूषण साकिन राजीव नगर जिला पटना के रूप में की गई है। जमुई पुलिस कप्तान डॉ शौर्य सुमन ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वाहन लुटेरे गैंग का पर्दाफास करने में पुलिस को सफलता प्राप्त हुई है। यह वाहन लुटेरा गैंग कई जिलों में इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे चुका था।
ये लोग सवारी बनकर गाड़ी को रिजर्व करता था और मौका देखकर ड्राइवर की हत्या कर गाड़ी को लेकर फरार हो जाता था। इन लुटेरों द्वारा वाहन लूट कर अन्य राज्यों में उसे बेच देता था।
इस वाहन लुटेरे गेंग के अनुसंधान में नालंदा और पटना पुलिस की टीम के द्वारा सहयोग प्राप्त हुआ है।पुलिस कप्तान ने बताया कि इस अनुसंधान में शामिल जमुई जिले की पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जाएगा।
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