अजमेर: पुष्कर सरोवर के जल जीवों का जीवन संकटमय, सरोवर में कृत्रिम रूप से भरे जानेवाले सभी ट्यूबवेल बंद
*पुष्कर सरोवर के जल जीवों का जीवन संकटमय, सरोवर में कृत्रिम रूप से भरे जानेवाले सभी ट्यूबवेल बंद
* भीषण गर्मी के कारण सरोवर के बनाए कुंडों में मर रही मछलियाँ
* प्रशासन बेख़बर
बिहार न्यूज़ लाईव अजमेर डेस्क: पुष्कर/अजमेर (हरिप्रसाद शर्मा) पवित्र तीर्थ राज पुष्कर के सरोवर में जलीय जीवों का जीवन भीषण गर्मी के कारण संकटमय बना हुआ है । पुष्कर सरोवर के स्थित जयपुर घाट पर बने अस्थि विसर्जन कुंड में पानी की कमी से सैकड़ों मछलियों का जीवन संकट में है। लगतार मछलियाँ मर रही हैं , प्रशासन बेख़बर हो रहा है । जबकि पवित्र पुष्कर सरोवर का जलस्तर लगातार घटता जा रहा है ।
ज़िला प्रशासन द्वारा खोदे गये नलकूप बंद पड़े हैं । इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता अरूण पाराशर ने तत्काल ही नगरपालिका अधिशासी अधिकारी बनवारी लाल मीणा को वस्तुस्थिति से अवगत करवाकर कार्रवाई की माँग की । मीणा पाराशर की बात पर कार्यवाही करते हुए मौक़े की स्थिति को दिखाया बताया जाता है । जहां मौक़े पर मरी मछलियाँ मिली है । जीवित मिली मछलियों को पालिका के कर्मचारी द्वारा बचाकर सरोवर में छुड़वाने की व्यवस्था की गई । बताया जाता है कि सरोवर जल स्तर नीचे चले जाने से कुंड का जल स्तर भी नीचे चला गया है। पाराशर ने कहा कि कुंड वर्षों से लीक पड़े हुए है। इसमें डाले जाने वाला ट्यूब वेल का पानी भी रिस कर मुख्य सरोवर के जल स्तर में समा जाता है।
इस कारण कुंड में पर्याप्त जल अभाव व भारी गर्मी के कारण मछलियों का जीवन संकटमय हो गया है।पाराशर ने अधिशासी अभियंता को अलग से पत्र लिखकर सरोवर के लिए सात नलकूपों खुदवाये गये अलग से नलकूपों को तुरंत शुरू किए जाने की माँग की । पाराशर ने आरोप लगाया कि इन नलकूपों को नगर की पेयजल में उपयोग लिया जा रहा है । जो कि सरोवर के जलस्तर को बनाए रखने के लिए है । फ़िलहाल सरोवर के छोटे बड़े कुंडों से मछलियाँ पकड़ कर सरोवर में डालीं जा रही हैं ।
दूसरी ओर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने हेतु गौ सेवक हेमंत रायता ने पुष्कर सरोवर का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है , अफ़सोस जताया है ।बन्द बड़े ट्यूबवेल तुरंत प्रभाव से शुरू करवाने की । सरोवर का जल गाढ़ा हो रहा है, जलीय जीवों के प्राण संकट में पड़ सकते है ,तेज धूप गर्मी से सरोवर के जल का वाष्पीकरण शुरू हो गया है ।कुछ दिनों के दरम्यान ही सिल्ट डेम का पानी सुख चुका है ।शेष बचे पानी मे मछलियों के प्राण भी संकट में है ।सिल्ट डेम में खुदे हुए ट्यूबवेल के पाइप टूटे हुए पड़े हैं ।जवाहर फाउंडेशन की तरफ से खुदे हुए ट्यूबवेल के भी पाइप टूटे हुए पड़े इन्हें तत्काल ठीक करके शुरू करवाने की माँग की है।
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