*मजदूर से मालिक तक का सफर अभियान शुरू*
भागलपुर ,बिहार न्यूज लाईव। मुख्यमंत्री बिहार सरकार नीतीश कुमार के कर-कमलों द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में बिहार लघु उद्यमी योजनान्तर्गत चयनित लाभुकों को प्रथम किस्त की राशि का चेक वितरण करते हुए उद्योग विभाग के अन्य योजनाओं का भी विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया।उक्त परिपेक्ष्य में भागलपुर जिला पदाधिकारी डॉ॰ नवल किशोर चौधरी , कुमार अनुराग उप विकास आयुक्त, भागलपुर, खुशबू कुमारी, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, भागलपुर एवं अन्य पदाधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में बिहार लघु उद्यमी योजनान्तर्गत विभाग स्तर से चयनित लाभार्थियों को प्रथम किस्त की राशि 50- 50 हजार रूपये का चेक वितरण का आयोजन समाहरणालय, समीक्षा भवन, भागलपुर में किया गया। जो निम्नवत् है:-सामान्य कोटि के मोO कामरान जमाल को एयर कंडिसन रिपेयरिंग के लिए, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के नंदनी भारती को आई0 टी0 बिजनेस केन्द्र अनुसूचित जाति के प्रियंका देवी को ब्यूटीपार्लर के लिए, पिछड़ा वर्ग के गौतम कुमार को आटा, सत्तु एवं बेसन उत्पादन के लिए, अनुसूचित जाति के सपना कुमारी को आचार, मुरब्बा उत्पादन के लिए प्रदान किया गया।
बिहार लघु उद्यमी योजनान्तर्गत सभी वर्गों के आर्थिक रूप से गरीब परिवार के आर्थिक उत्थान हेतु विभाग स्तर से भागलपुर जिले के लिए कुल 1148 लाभार्थियों को जिनमें 390,महिला एवं 758 पुरूष के बीच राशि 22,96,00,000/- बाईस करोड़ छियानवे लाख रूपये वितरण करने हेतु चयनित किया गया है, जिनमें सामान्य वर्ग के 168, पिछड़ा वर्ग के 254, अति पिछड़ा वर्ग के 504 एवं अनुसूचित जाति,जनजाति के 222 हैं। उक्त योजनान्तर्गत प्रत्येक लाभुकों को स्वरोजगार के लिए अधिकतम 2,00,000/- ( दो लाख रूपये ) की राशि अनुदान के रूप में दी जायेगी। इस राशि को 03 किस्तों में भुगतान किया जायेगा। प्रथम किस्त में परियोजना लागत का 25 प्रतिशत, द्वितीय किस्त में परियोजना लागत की 50 प्रतिशत एवं तृतीय किस्त में परियोजना लागत की 25 प्रतिशत राशि दी जायेगी।
प्रत्येक किस्त के सदुपयोग करने के बाद ही अगली किस्त की राशि भुगतान की जायेगी। प्रथम किस्त का उपयोग लाभार्थी द्वारा टालकिट,मशीन क्रय में किया जायेगा।जिला पदाधिकारी द्वारा भागलपुर के हैण्डलूम बुनकरों के उत्थान हेतु ‘‘मजदूर से मालिक तक का सफर अभियान‘‘ का शुभारंभ किया गया। इस अभियान के तहत जिले के 8000 हस्तकरघा बुनकरों में से 1000 बुनकरों के साथ इस योजना को क्रियान्यवन आरम्भ होगा एवं भविष्य में शेष हस्तकरघा बुनकरों का इसका लाभ दिया जायेगा।
इसका मुख्य उद्देश्य हस्तकरघा बुनकरों को धनसेठों एवं बिचौलियों के चुंगल से मुक्त करवाना है, इस हेतु उन्हें उद्योग विभाग से राशि मुहैया करायी जायेगी, तदोपरान्त उनके द्वारा निर्मित वस्त्रों को जिला प्रशासन अपने स्तर से दिल्ली इम्पोरियम, पटना इम्पोरियम व अन्य बाजार तक पहुंच बनाना सुनिश्चित करेगी। इससे हस्तकरघा बुनकरों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी व मजदूरी से ऊपर उठकर मालिक तक का सफर तय करेंगे।
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