सिवान:जिले के 24 शिक्षकों को मिलेगा बेहतर शिक्षण का फल, 2024 के राज्य स्तरीय प्रतिष्ठित टीवीटी अवार्ड से होंगे सम्मानित
सीवान ।
बिहार के प्रतिष्ठित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह टीबीटी अवार्ड 2024 के लिए सिवान जिले के 24 शिक्षकों का चयन किया गया है। यह प्रतिष्ठित सम्मान बिहार के उन सरकारी शिक्षकों को प्रदान किया जाता है जो विद्यालय अवधि के बाद भी लगातार नवाचारी ऑनलाइन शिक्षण देने का काम करते हैं। अत्यंत कठिन प्रक्रियाओं से गुजरते हुए प्रतियोगी माहौल में इन शिक्षकों का चयन किया जाता है इसी कड़ी में सिवान जिले से 24 शिक्षकों का चयन होना पूरे जिले के लिए गर्व की बात मानी जा रही है।
इन शिक्षकों में रश्मि बाला बरनवाल – उ0 मा०वि, सुपौली, ललिता शर्मा- रा.उ.म.वि. दुधरा, वंदना चंद्रावंशी – 3.उ. मा. वि. हरपुर, कनकलता श्रीवास्तव – BRP रघुनाथपुर, निकहत परवीन – म० वि० सारंगपुर, नन्दा पाण्डेय – रा. प्रा. वि. नैनपुरा, खुश्बु सिंह – रा.उ. म. बि. सारंगपुर, संतोष प्रजापति – रा.म.वि.मटुक छपरा ,श्रीकान्त – रा.म. वि. मटुक छपरा, अल्पना कुमारी-गयादास कबीर उच् विद्यालय सह इन्टर कालेज रसीदचक मठिया, पम्मी कुमारी- रा.उ.म.वि. हुलास छपरा, मो. रहबर रजा – रा.म.वि. मटुक छपरा, पूनम कुमारी-म-वि-संग्रामपुर, कुमारी मीनू राय-नया- प्रा०वि करपालिया पूरब टोला, रेणु कुमारी – उत्क्रमित म० वि. आकोपुर, सोनम मलिक- उ०म०वि० मखनुपुर, प्रशान्त कुमार – NPS चपरैठी, आरती कुमारी – प्रोजेक्ट आदर्श कन्या उ० वि० सह इंटर कालेज, सुनीता कुमारी – NPS मखनुपुर, संगीता सिंह – उ०म०वि० आकोपुर, पम्मी कुमारी – रा० प्रा०वि० रैनी, जयप्रकाश राम- रा०म०वि धनौती दरोगानगर और जितेन्द्र कुमार पंडित- NPS कटवार (पश्चिम)शमिल है, जिन्होंने पूरे जिला का सम्मान बढ़ाने का कार्य किया है जिससे सिवान जिले के शिक्षकों में काफी उत्साह का माहौल है।
इन्हें विद्यालय स्तर पर भी इस अवार्ड की प्राप्ति हेतु सम्मानित किया जा रहा है। टीबीटी अवार्ड 2024 इस बार 15 सितंबर को पटना लॉ कॉलेज के प्रेक्षालय में आयोजित किया जा रहा है जिसमें बिहार के सैकड़ों शिक्षक भाग लेंगे इस कार्यक्रम में बिहार शिक्षा विभाग के 40 से अधिक राज्य स्तरीय पदाधिकारियों एवं शिक्षाविदों का आगमन एवं आशीर्वाद होता है।
यह प्रतिष्ठित सम्मान “द बिहार टीचर्स हिस्ट्री मेर्क्स” समूह के द्वारा दिया जाता है जो सरकारी विद्यालय के शिक्षकों के ऑनलाइन शिक्षण का सबसे बड़ा मंच है। इस मंच से बिहार के 38000 शिक्षक जुड़े हुए हैं तथा 2 लाख से अधिक बच्चों को व्हाट्सएप समूह एवं विभिन्न ऑनलाइन मंचों के द्वारा शिक्षक गतिविधियों से लाभान्वित करते हैं।
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