Bihar News Live/प्रमोद कुमार पांडेय की रिर्पोट: बिहारशरीफ में स्वास्थ्य विभाग विभाग एवं समाजिक संगठन द्वारा विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से लगातार लोगों को एड्स के प्रति जागरूक किया जा रहा है लेकिन संक्रमित होने वाले मरीजों की बढ़ती संख्या को देखा जाए तो इसमें सुधार होने के बजाय खतरा बढ़ता ही जा रहा है। इन दिनों जिले में एचआईवी संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है।
प्रवासी मजदूर ट्रक चालक के साथ-साथ अट्ठारह 25 साल के युवा भी तेजी से इसके शिकार हो रहे हैं। चिंता का विषय यह है कि अभी भी अधिकांश लोग जांच कराने नहीं आ रहे हैं। इस कारण संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ने की संभावना और बढ़ गई है। विभागीय आकङों से ही संकेत मिल रहे हैं बीते 5 वर्षों के आंकड़ों को देखा जाए तो 2022 23 में एड्स के मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हुई है। पहले एड्स के मरीजों की संख्या ज्यादा होती थी लेकिन अब स्त्री और पुरुष दोनों की संख्या लगभग समान होती जा रही है।
अप्रैल 2023 तक अब तक 48 मरीज मिले हैं। जिसमें 25 पुरुष और महिला गर्भवती महिलाएं हैं बताया जाता है कि युवाओं को बड़ी चिंता का विषय है जहां जांच कराने लड़के तो आ रहे हैं लेकिन लड़कियां है इस कारण भविष्य में भी बढ़ने का खतरा है एड्स के मरीजों की संख्या 50 हो गया है
जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं 2 माह के दौरान मिले हैं आअंकङों को देखा जाए तो इसमें मरीज मिले हैं जिसमे 4 माह के दौरान महिलाओं की संख्या बढ़ती जा रही है युवा पीढ़ी हो रही शिकार आरसीटीएस सेंटर रिपोर्ट के मुताबिक युवा भी संक्रमित हो रहे हैं जिसमें अधिकांश कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थी शामिल है जिला कांग्रेस ने बताया कि 18 से 25 साल के युवा ज्यादा से भ्रमित हो रहे हैं।
कोचिंग में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं से संपर्क में आने के कारण संक्रमित हो रहे हैं। लोग नियमित जांच तो नही
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