बिहार न्यूज लाईव/ सारण डेस्क: नौतन। प्रखंड क्षेत्र के मराछी गांव में चल रहे सात दिवसीय श्रीमदभागवत कथा के तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने कथा का रसपान करते हुए मंत्रमुग्ध हो गए।
मुख्य कथा वाचक नर्वदेश्वर मणि शास्त्री ने तीसरे दिन कृष्ण-कुंती वात्सल्य संवाद, उतरा के गर्भ की रक्षा, राजा परीक्षित का जन्म व कल्कि अवतार के आरम्भ सहित विभिन्न धार्मिक, पौराणिक व ऐतिहासिक परिघटनाओं के बारे में श्रोताओं को विस्तार से बताया। कथावाचक ने कलियुग के आरम्भ होने पर लोगों के आहार -विहार, वाणी व कर्म में हो रहे परिवर्तन तथा उससे पारिवारिक व सामाजिक संबंधों में निरंतर हो रहे ह्रास के परिणामों से अवगत कराया।
धर्म मर्मज्ञ शत्रुघ्न मिश्र ने बताया कि धर्म हमें आदर्श जीवन जीने की कला सिखाता है तथा बुराईयों से दूर रहने की नित नई प्रेरणा देता है। वहीं अवध किशोर राय ने भारतीय सभ्यता, संस्कृति व परम्परा को अत्यंत ही गौरवशाली व प्रेरणादायक बताते हुए नई पीढ़ी को इससे अवगत कराने की आवश्यकता पर बल दिया। संगीतमय श्रीमदभागवत कथा कार्यक्रम में काफी संख्या में शामिल महिला-पुरुष श्रद्धालु, कृष्ण भक्ति में लीन होकर झूम उठे। इस दौरान सभी श्रोताओं की कलाई में रक्षा-सूत बांधकर राष्ट्र-रक्षा व सनातन धर्म की रक्षा का संकल्प दिलाया गया।
कार्यक्रम में प्रभुनाथ पाण्डेय, नारद चौधरी, ओमप्रकाश मिश्र, परमहंस मिश्र, केशव मिश्र, अक्षयवर मिश्र, पारस मिश्र, रामायण शर्मा, जलेश्वर शर्मा, भरत प्रसाद, हीरो हिरा लाल, गोपाल कुमार, हर्षित, आकर्ष, वंदना, बिट्टू, नेहा व शालू सहित प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ो धर्मानुरागी शामिल हुए।
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