*दूज वार मंगलवार नक्षत्र मृग शिरा
बिहार न्यूज़ लाईव पुष्कर/अजमेर डेस्क: (हरिप्रसाद शर्मा) तीर्थराज पुष्कर में ज्योतिष मत के शास्त्रो अनुसार द्वि पुष्कर योग पंचांग ज्योतिष मत के अनुसार 28 नवंबर, 2023 मार्गशीर्ष मास कृष्ण पक्ष प्रतिपदा मंगलवार को 2:06 दोपहर से रात्रि 2:30 तक यह योग बनेगा ।पंचांग में वर्णित है कि तिथि दूज वार मंगलवार नक्षत्र मृग शिरा होने पर इन तीनों का संयुक्त योग बनने पर द्विपुष्कर योग बनता है ।ऐसे योग में तीर्थ में स्नान नदियों में स्नान समुद्र में स्नान ,जलाशय में स्नान ,ब्रह्मा के ब्रह्मा सरोवर में स्नान करने के साथ दान,पूजन ,हवन ,परिक्रमा करने से द्विगुण फल मिलता है ।इस दिन मृग चला स्नान का योग भी रहेगा ।
इसके बाद यह योग आगे 9 दिसंबर,2023 को बनता है ।वह योग भी द्वि पुष्कर योग रहेगा उस दिन प्रातः 7:02 से 10:43 तक यह योग द्वादशी शनिवार चित्रा नक्षत्र होने से योग बनेगा ।
यह योग भी दुर्लभ मार्गशीर्ष मास में द्वादशी शनिवार को बनेगा। इस योग में ब्रह्मा जी का अभिषेक ,हवन, पूजन, पुष्कर राज का पंचामृत से या दुग्धाभिषेक हवन पूजन दान पुण्य करने से परिवार में सुख समृद्धि शांति मनोकामना सिद्ध होती है साथ अधूरे कार्य पूरे होते हैं ।ब्रह्म सावित्री ,ब्रह्म गायत्री का ब्रह्म सरोवर का दोहरा लाभ मिलता है । पंडित कैलाश नाथ दाधीच के अनुसार ऐसा करने से ग्रहों की शांति पितरों की मोक्ष एवं आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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