बिहार न्यूज़ लाईव सारण डेस्क: मांझी ।स्थानीय प्रखंड मुख्यालय स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय के परिसर में अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं ने गुरुवार को जोरदार धरना- प्रदर्शन किया तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान आंगनबाड़ी कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर 29 अक्टूबर को पटना में समाज कल्याण मंत्री का घेराव करने की जानकारी दी। आंगनबाड़ी संघ की प्रदेश अध्यक्षा गीता देवी ने कहा कि सरकार हमारी आवाज नही सुन रही है। केन्द्र व राज्य की सरकार हमारी मांगों के मामले में गूंगी और बहरी हो चुकी है। कार्य का बोझ होने पर भी हम सब ईमानदारी से अपनी ड्यूटी पूरी करती हैं।
कोरोना काल मे भी हमने अपनी जान की परवाह नही की। ऊपर से विभागीय अधिकारी हमसे अवैध वसूली तक करते हैं। जबकि सरकार को हमारी दयनीय स्थिति पर थोड़ी भी रहम नही है। अंगूठा छाप नेताओं व महिला तथा बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने मांगो को अनसुनी करके हमें अपने हक के लिए कड़ी लड़ाई लड़ने को मजबूर कर दिया है। धरनार्थियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी कटाक्ष किया।
उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मियों को पूरी एकजुटता के साथ अपने हक के लिए लड़ाई लड़ते रहने का आह्वान किया। वहीं सबिता सिंह ने कहा कि दो नवंबर से जिला में मानव श्रृंखला बनाना है। 6 नवम्बर से बिहार में चलने वाले सत्र में सभी महिलाओं को आरक्षण मिलना चाहिए। सबको नया मोबाइल चाहिए। उनकी मांगे पूरी नही हुई तो आगामी चुनाव का विरोध करेंगे। बिहार सरकार का कोई काम नहीं करेंगी। संघ की प्रखंड अध्यक्षा कुमारी सुषमा एवं सचिव चांदनी कुमारी सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि सरकार को आंगनबाड़ी कर्मियों की मांगों को हर हाल में पूरा करना पड़ेगा।
सरकार हमें सरकारी कर्मी व नर्सरी शिक्षिका का दर्जा दे, सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ग्रेच्यूएटी लागू करे, 50 प्रतिशत सेविकाओं को पद्दोन्नति दे, सेविकाओं को 25 हजार व सहायिकाओं को 18 हजार रुपए मानदेय की घोषणा करे। सरकार हमारी मांगे अविलंब नही मानती है तो हमारा आंदोलन अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा। धरना प्रदर्शन के दौरान सैकडों की संख्या में आंगनबाड़ी कर्मी आदि मौजूद थी।
Comments are closed.