अररिया:.भरगामा प्रखंड क्षेत्र के विषहरिया ग्राम पंचायत के स्थानीय ग्रामीणों ने पंचायत भवन के सामने मंगलवार को जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया. बताते चलें कि पंचायत भवन पर लगातार महीनों से लटक रहे ताले को लेकर ग्रामीणों ने घंटों नारेबाजी कर जल्द से जल्द पंचायत भवन को चालू करवाने की मांग की.
प्रदर्शन कर रहे स्थानीय ग्रामीण मोहम्मद अख्तर,मोहम्मद एजाजुल,उपेंद्र नारायण सिंह,मोहम्मद नोमान,मोहम्मद अजमल,वर्तमान सरपंच सह सरपंच संघ के अध्यक्ष मोहम्मद आजम अनवर के अलावे मोहम्मद मेजर,मोहम्मद काबिर,मोहम्मद शाहिद आदि का कहना था कि विषहरिया पंचायत में पदस्थापित पंचायत कार्यपालक सहायक,राजस्व कर्मचारी,आवास सहायक,विकास मित्र,पीआरएस,किसान सलाहकार सहित पंचायत सचिव लगातार अनुपस्थित पाए जा रहे हैं. इससे इस पंचायत के ग्रामीणों का तमाम जरुरी काम प्रभावित हो रहा है.
प्रदर्शनकारी लोगों ने बताया कि ग्रामीणों की समस्या को लेकर शनिवार को विभागीय अधिकारी से शिकायत की गई थी,शिकायत के सत्यापन को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी शशि भूषण सुमन सोमवार को विषहरिया पंचायत भवन पहुंचे थे. बताया जाता है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी विषहरिया पंचायत भवन के निरीक्षण के दौरान उक्त कर्मियों के बचाव के लिए एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करवा दिया. लोगों ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल उक्त वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि उक्त भवन का स्थिति काफी दयनीय है,ना खिड़की दुरुस्त है ना हीं दरवाजा दुरुस्त है,ना चापाकल है ना हीं शौचालय दुरुस्त है,ना टेबल है ना कुर्सी है ना बिजली है ना कोई कर्मी अपने कार्य पर उपस्थित है. मौजूदा वक्त के परिस्थितियों को देखने से साफ तौर पर यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उक्त पंचायत भवन में मूलभूत सुविधाओं की घोर कमी रहने के कारण फिलहाल किसी कर्मियों का इस भवन में उठना-बैठना नहीं हो रहा है,लेकिन ग्रामीण इस बात को लेकर काफी नाराज हैं कि बड़ी जिम्मेदारियों के कुर्सी पर बैठे प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा आखिरकार किस परिस्थिति में झूठा बयानबाजी किया गया है. वहीं वर्तमान सरपंच सह सरपंच संघ के अध्यक्ष मोहम्मद आजम अनवर सहित तमाम प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने चहते कार्यपालक सहायक के बचाव के लिए महज दो तीन व्यक्ति को बुलाकर झूठा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है,जबकि जमीनी हकीकत ये है कि यहां लगातार तालाबंदी हीं रहती है. कथित वायरल वीडियो में कहा जा रहा है कि कार्यपालक सहायक बगल के स्कूल में जाकर बैठती है,लेकिन मंगलवार को स्थानीय ग्रामीणों ने जरुरी कार्य को लेकर उक्त स्कूल में जाकर कार्यपालक सहायक को खोजा तो वो वहां मौजूद नहीं मिली.
कार्यपालक सहायक के संबंध में ग्रामीणों के द्वारा उक्त स्कूल में पदस्थापित शिक्षक से पूछा गया तो उनका कहना था कि इस स्कूल में कोई भी कर्मी नहीं बैठते हैं. लोगों ने बताया कि जरुरी कार्य को लेकर कई दफे उक्त कार्यपालक सहायक से फोन पर बात किया गया तो उनका कहना था है कि वे लगातार प्रखंड मुख्यालय में पदस्थापित रहती है,इसलिए पंचायत कार्यालय में समय नहीं दे पाती है. अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि प्रखंड कार्यालय में पर्याप्त मात्रा में कर्मियों को पदस्थापित रहने के बावजूद भी आख़िरकार किस परिस्थिति में बेवजह पंचायत कार्यपालक सहायक को प्रखंड मुख्यालय में प्रतिनियुक्ति पर रखा जाता है. इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए उक्त पंचायत कार्यपालक सहायक सहित प्रखंड विकास पदाधिकारी से फोन पर कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया,लेकिन संपर्क नहीं हो पाया. इधर वर्तमान सरपंच सह सरपंच संघ के अध्यक्ष मोहम्मद आजम अनवर सहित तमाम प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जल्द से जल्द इस समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो जिला अधिकारी से लिखित शिकायत करते हुए उग्र आंदोलन किया जाएगा.