भरगामा: शहीद अभिषेक की पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने उमड़े लोग
16वें शहादत दिवस पर याद किए गए शहीद अभिषेक सिंह
अंकित सिंह,भरगामा(अररिया) छत्तीसगढ़ के थिंकीगुट्टा जंगल में आंतकवादियों से लोहा लेने के क्रम में 20 अक्टूबर 2008 को शहीद हुए अभिषेक कुमार सिंह के 16वें शहादत दिवस पर रविवार को उनके पैतृक गांव शंकरपुर स्थित स्मारक स्थल पर मुख्य अतिथि के रूप में फारबिसगंज डीएसपी मुकेश कुमार साह,एसएसबी 56वीं बटालियन के उप कमांडेड पूर्णेन्दु प्रभाकर,आरक्षी हिमांशु कुमार,संतोष कुमार,अमिचंद्र कुमार,सीआरपीएफ ग्रुप केन्द्र मुजफ्फरपुर के एसआई जीडी हरिशंकर प्रसाद सिंह,कांस्टेबल अंकुर कुमार,प्रेम कुमार,अनिल कुमार,भरगामा थाना प्रभारी राकेश कुमार,एसआई दीपक कुमार,सामाजिक कार्यकर्ता प्रिंस विक्टर यादव सहित उनके परिजनों एवं ग्रामीणों ने उनकी विशाल आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें पूरे पारंपरिक तरीके से भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित कर सलामी दी.
शहीद अभिषेक अमर रहे से गूंज उठा शंकरपुर
शहीद की मां विभा देवी,छोटे भाई रौशन कुमार सिंह ने भी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर देश के प्रति उनके शहादत को याद किया. शहीद अभिषेक सिंह के सम्मान और उनके बलिदान की याद में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भारत माता की जय,जय हिन्द,जय भारत,वंदेमातरम,शहीद अभिषेक सिंह अमर रहे आदि गगन भेदी नारे लगाए गए. माल्यार्पण के दौरान एक बार फिर शहीद अभिषेक की मां विभा देवी,भाई रौशन सिंह भावुक हो गए. यह देखकर वहां उपस्थित अन्य लोगों की आंखें भी नम हो गई.
प्रतिमा स्थल से लेकर अभिषेक के घर तक लोगों की भीड़ लगी रही. पूरा गांव जयकारे और नारे से गूंजता रहा. हंसते-हंसते अपनी जान कुर्बान करने वाले शहीदों की श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान शहीद के छोटे भाई रौशन सिंह ने कहा कि देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले ऐसे वीर सपूत को उनके शहादत दिवस पर याद करके मन भावुक हो जाता है. लेकिन युवाओं द्वारा उन्हें प्रेरणास्त्रोत मानने पर गर्व महसूस होता है.
श्रद्धांजलि सभा के मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीआरपीएफ ग्रुप केन्द्र मुजफ्फरपुर के एसआई जीडी हरिशंकर प्रसाद सिंह ने बताया कि 20 अक्तूबर 2008 को 170 बटालियन की एक टुकड़ी ने बीजापुर जिले के बीजापुर थाना क्षेत्र के थिंकीगुटा गांव में माओवादियों के विरुद्ध एक आपरेशन का संचालन किया था. आपरेशन के दौरान जब टुकड़ी अपने लक्ष्य के नजदीक पहुंची तो घात लगाकर बैठे माओवादियों ने आईईडी विस्फोट के साथ-साथ भारी फायरिंग शुरू कर दी. माओवादियों ने क्षेत्र की सभी ऊंची जगहों पर बहुत अच्छी योजना के साथ घात लगाई थी. लगभग 200 की संख्या में मौजूद माओवादियों का इरादा बल की टुकड़ी को घेर कर खत्म कर देने का था. मगर बल की बहादुर टुकडी ने तुरंत पोजीशन संभाल कर फायर का जवाब दिया और माओवादियों को भारी नुकसान पहुंचाया. बल की टुकड़ी की ओर से किये गये कड़े आक्रमण से माओवादियों के पांव उखड़ गये और वे अपना स्थान छोडकर भाग निकले. काफी देर तक चली इस भीषण मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सिपाही अभिषेक कुमार सिंह सहित 12 वीर कार्मिक कर्तव्य पर बहादुरी से लड़ते हुए इस मुठभेड़ में अपने प्राण न्यौछावर कर दिए और शहादत को प्राप्त हुए.
कार्यक्रम को संबोधित करते फारबिसगंज डीएसपी मुकेश कुमार साह ने कहा कि शहीद अभिषेक सिंह की शहादत युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है.
वहीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसएसबी 56वीं बटालियन के उप कमांडेड पूर्णेन्दु प्रभाकर ने कहा कि अभिषेक सिंह की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है.
इस अवसर पर शहीद अभिषेक सिंह की याद में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सरस्वती समाज सेवा समिति के अध्यक्ष मृत्युंजय आनंद,सचिव मुकेश कुमार,उप सचिव श्रवण कुमार,कोषाध्यक्ष निरंजन कुमार,मनीष कुमार,मंगल सिंह,संजय मिश्रा,रौशन कुमार,अमित कुमार,आशीष सिंह,निर्मल कुमार,नीतीश कुमार,सानू ऊर्फ पिंटू यादव,बब्बन सिंह,गोलू,शिवम,रजनीश आदि ने उपस्थित सीआरपीएफ,एसएसबी,बिहार पुलिस के पदाधिकारियों को फूल माला पहनाकर एवं शॉल भेंट कर सम्मानित किया.
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