बनियापुर। भारत की प्रथम महिला जिन्होंने महिलाओं के सम्मानता एवं उत्थान के लिए समाजिक लड़ी, भारत मे सर्वप्रथम विधवा विवाह आंदोलन को चलाने वाली और किसानों के हक मे उत्थान के लिए लड़ाई लड़ने वाली भारत की प्रथम महिला शिक्षिका माँ सावित्री बाई फुले की 194वां जयंती समारोह हर्षो अल्लास पूर्ण सारण जिले के बनियापुर प्रखण्ड के बदौली पंचायत मे 3 जनवरी को मनाया गया.
इस समरोह में भाग लेने वाले गणमान्य बुद्धिजीवी वक्ताओं ने माँ सावित्रीबाई फुले के विचारों को पूरे देश में फैलाने के लिए एक आंदोलन का रूप देने पर बल दिया. जिससे शिक्षा मे कमी के कारण देश की महिलाओं पर हो रहे अत्यचार और अन्याय से मुक्ति पाया जा सके. देश मे समता मूलक समाज की स्थापना हो सके. “आप” के बिक्रम चौधरी ने कहा कि पुरा विश्व ईश्वर और धर्म के नाम पर बटां है, भारत जाति जाति मे बटां है और राजनीतिक पार्टी मे बटां है. जिसके कारण मानवता के लिए देश मे चलाई जा रही समाजिक और रजनीतिक आन्दोलन असफल साबित हो रहे हैं.
माँ सावित्री बाई फुले के जीवन से प्रेरणा लेकर भारत मे समता मूलक समाज की स्थापना हेतु हम सभी को एक जुट होना चाहीए. कार्यक्रम का आयोजन माँ सावित्रीबाई फुले शिक्षण संस्थान द्वारा किया गया मंच का संचालन प्रभु कुमार प्रियादर्शी ने किया. मुख्य अतिथि के रूप में भीम आर्मी के बिहार प्रदेश महासचिव दीपाक सम्राट् ने फीता कर कार्यकर्म का विधिवत् उद्घाटन किया.
प्रतियोगिता परीक्षा मे उतीर्ण क्षात्र क्षात्राओं को पुरुषकृत किया गया. भीम आर्मी जिला प्रभारी राजेंद्र रौशन, अवध कुमार, सुबोध जी डॉ नगेंन्द्र, बीएसपी के डॉ अनिल कु. राम, चंदन राम, चुनू कु.राम कॉलेजियम हटाओ देश बचाओ मोर्चा के संयोजक: कुशवाहा राजबल सिंह, प्रोफेसर मनोज कु. सत्यम, शंकर शर्मा रामभा देवी सुनीता देवी श्री भगवान् लाल बाबु राकेश राम, प्रेम चंद मांझी विशाल मेहरा, ईआर.अभिनाश प्रिंस कुमार सहित सैकरों लोगों गरिमामई उपस्थित के साथ काफी संख्या मे महिलाएं बच्चे भी मौजूद रहे. माँ सावित्री बाई फुले के जयंती समारोह का समापन बिक्रम चौधरी प्रवक्ता ( केएचडीबीएम) के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ .
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