संध्या बेला में आरती करने मंदिर पहुँच रहे श्रद्धालु
बिहार न्यूज़ लाईव भागलपुर डेस्क अकबरनगर: रविवार को कलश स्थापना के साथ शक्ति और साधना का पर्व शुरू हो गया है। मंदिरों व घरों में भक्तों ने कलश स्थापित कर मां देवी दुर्गा की पूजा अर्चना कर रही है। जिससे अकबरनगर का पूरा क्षेत्र देवी सप्तशती के पाठ और देवी गीतों से गुंजायमान हो रहे हैं।सोमवार को मां दुर्गा का दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी की आराधना पूरे भक्ति भाव से की गई।मां दुर्गा की दूसरा स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी सिद्धि और सफलता की प्रतीक मानी जाती है।
नवरात्र कर दुर्गा सप्तशती की पाठ कर रही महिला रतनमाला,नूतन देवी ने बतायी की माता के नाम से उनकी शक्तियों के बारे में जानकारी मिलती है। ब्रह्म का अर्थ है तपस्या और चारिणी का अर्थ है आचरण करने वाली अर्थात तप का आचरण करने वाली मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना करने से सौभाग्य, आरोग्य, आत्मविश्वास, आयु और अभय की प्राप्ति होती है। माता ब्रह्मचारिणी को ब्राह्मी भी कहा जाता है। माता के इस स्वरूर की पूजा और उपवास करने से मनुष्य कठीन से कठीन समय में भी अपने पथ से विचलित नहीं होता है।इधर संध्या वेला में मंदिर में महिलाओं एवं युवतीयों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर माँ की आरती किया जा रहा है।
अकबरनगर हॉट स्थित दुर्गा मंदिर प्रांगण में संध्या दीप प्रज्वलित करने के लिए श्रद्धालुओं का काफी संख्या में जुट रहे हैं। शक्तिपूजा के इस महापर्व में मातृशक्ति के प्रति श्रद्घालुओं का अद्भुत लगाव देखा जा रहा है। दुर्गा पूजा के भक्तीमय माहौल में भक्तों के उत्साह और तैयारियां परवान चढ़ रही है। इन दिनों दुर्गा पूजा को लेकर शाम होते ही मार्केट में काफी चहल-पहल देखने को मिल रही है।
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