सीवान । प्रगति यात्रा के दौरान सीवान पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोक सेवा केंद्र एवं पंचायत सरकार भवन मचकना का निरीक्षण कर सरपंच न्यायालय, पुस्तकालय आदि का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने करहनु बाजार के प्रांगण में 7.18 लाख रुपये की लागत से निर्मित मनरेगा हाट का शिलापट्ट अनावरण कर लोकार्पण किया। इस अवसर पर जीविका दीदियों एवं विभिन्न विभागों ्रारा लगाए स्टॉल का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बासगीत पर्चा, सतत् जीविकोपार्जन योजना एवं परियोजना निधि अंतर्गत जीविका दीदियों को 51 करोड़ रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत ईदृरिक्शा की चाबी, 19 जीविका दीदियों को 42 लाख 6 हजार 736 रुपये प्रोत्साहन राशि का सांकेतिक चेक, 29 हजार 663 स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 3,51,506 जीविका दीदियों को बैंक लिकेंज ्रारा 101 करोड़ रूपये का सांकेतिक चेक, जीविका भवन की चाबी, मुख्यमंत्री चैर विकास योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना की चाबी, मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशनिकरण छत्र योजना के तहत बैटरी चलित वाहन की चाबी, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, आयुममान वय वंदना कार्ड लाभुकों को प्रदान किया।
प्रगति यात्रा के क्रम में आयोजित जीविका दीदियों के संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शामिल हुए। जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री से अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि स्वयं सहायता समूह से हमारी जिंदगी में काफी बदलाव आया है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर हम लोग कई प्रकार के काम कर रहे हैं। इससे हमें अच्छी आमदनी हो रही है। इससे समाज में महिलाओं की काफी इज्जत बढ़ी है। कारोबार करने के लिए हमें बैंक लोन के अलावा परियोजना से भी आर्थिक मदद मिलती है। जीविका ने हमारा जीवन बदल दिया है। हम सभी महिलाएं आपके प्रति आभार प्रकट करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम सांसद और केंद्र में मंत्री थे तो अनेक जगहों पर जाकर स्वयं सहायता समूह का काम देखते थे। वर्ष 2005 में जब हमारी सरकार बनी तो वर्ष 2006 में हमने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढाना शुरू किया। अब स्वयं सहायता समूहों की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है, जिनसे 1 करोड़ 31 लाख महिलाएं जुड़ी हैं। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को जीविका नाम हमने ही दिया। इससे प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने आजीविका नाम से योजना शुरू की। हम जहां भी जाते हैं जीविका दीदियों से बात करते हैं और उनकी समस्याओं से अवगत होते हैं। पहले महिलाएं ’ार से बाहर नहीं निकलती थीं। अब वे स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर काफी अच्छा काम कर रही हैं। जिससे उन्हें आमदनी भी हो रही है। वे अच्छे ढंग से लोगों से बात भी करने लगी हैं।
मुख्यमंत्री ने सीवान जिला अंतर्गत जीरादेई प्रखंड के भैसाखाल में 520 आसन वाले नवनिर्मित राजकीय अतिपिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालय के शैक्षणिक सह प्रशासनिक भवन का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित भवन का निरीक्षण कर उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। इस आवासीय विद्यालय के प्रांगण में मुख्यमंत्री ने पौधारोपण भी किया। मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित पथ सीवान आंदर पथ का चैड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य का स्थल निरीक्षण किया। इस पथ की कुल लंबाई 16.250 किलोमीटर है। मैप के माध्यम से अधिकारियों ने इस पथ के विमाय में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने सारण एवं सीवान जिला अंतर्गत छपरा (एन0एच031, बलिया मोड़)मांझी दरौली गुठनी(एन0एच0227ए) पथ का चैड़ीकरण एवं सुद़ढ़ीकरण कार्य का स्थल निरीक्षण किया। इस पथ की कुल लंबाई 72.183 किलोमीटर है, जिसकी कुल लागत 701 करोड़ 25 लाख 89 हजार रुपये है। इस अवसर पर जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी, स्वास्थ्य, कृषि मंत्री श्री मंगल पांडे, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री सह सीवान जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती रेणु देवी, सांसद श्री श्रीमती विजया लक्ष्मी देवी, विधान पार्षद श्री वीरेंद्र नारायण यादव एवं अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस0 सिद्धार्थ, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के प्रधान सचिव श्री पंकज कुमार, मुख्यमंत्री के विशेमा कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, सारण प्रमंडल के आयुन श्री गोपाल मीणा, पुलिस उप महानिरीक्षक सुरक्षा श्री दीपक वर्णवाल, पुलिस उप महानिरीक्षक सारण प्रक्षेत्र श्री नीलेश कुमार, जिलाधिकारी श्री मुकुल कुमार गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री अमितेश कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं वरीय अधिकारी उपस्थित थे।