सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने बिखेरा जलवा,
दर्शकों का मनमोहा
तालियां बजाने पर किया विवश
देर रात्रि तक चला श्री चित्रगुप्त समिति का सांस्कृतिक सह पुरस्कार वितरण समारोह
फोटो 06,07 सांस्कृतिक कार्यक्रम में सम्मानित होते बच्चे
डॉ. विद्या भूषण श्रीवास्तव
बिहार न्यूज़ लाईव सारण डेस्क: छपरा कार्यालय। ….काफी देर रात्रि तक चला सांस्कृतिक कार्यक्रम सह पुरस्कार वितरण समारोह।जहाँ छोटे छोटे बच्चों व बच्चियों ने अपने अपने विद्यालय व संस्था के तरफ से एक से बढ़कर से एक अच्छी व मनमोहक प्रस्तुति दी ।दर्शकों व श्रोताओं को मनमोह लिया ।यही नहीं,उन्हें लगातार तालियां बजाने पर विवश कर दिया।
स्थानीय रामलीला मठिया स्थित श्री चित्रगुप्त मंदिर परिसर में बुधवार को संध्या समय श्री चित्रगुप्त समिति का आम सभा,सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं पुरस्कार वितरण समारोह में भजन,गजल,सामूहिक नृत्य,लोक नृत्य,शास्त्रीय नृत्य ( कत्थक ) जैसे प्रस्तुति के दौरान बच्चों ने अपनी प्रतिभा को सही तरीके से उतार कर यह सिद्ध कर दिया कि हम सभी कम नहीं है जहां पठन पाठन के अलावा इस तरह के कार्यक्रम की पूर्णत:प्राथमिकता देते है।
सर्वप्रथम,इस रंगारंग कार्यक्रम की शुरुआत शिल्पी मिश्रा व स्निग्धा के श्री चित्रगुप्त वंदना से हुई जिसका बोल था-जय चित्रगुप्त यमेश तव, शरणागतम शरणागतम…। तत्पश्चात ब्रज किशोर किंडर गार्टन के अभिजीत ने गजल प्रस्तुत किया जिसका बोल था-सावली सूरत पे मोहन दिल दिवाना हो गया…।इस प्रस्तुति पर लोगो नर तारीफ करते हुए बच्चे की प्रतिभा को सराहा। वहीं इसी स्कूल की राज लक्ष्मी
वर्मा,वैष्णवी,एवं आद्या शर्मा ने सामूहिक नृत्य प्रस्तुत कर इस कार्यक्रम की गति प्रदान की।
जबकि इम्पीरियल पब्लिक स्कूल की राम्या सिन्हा की लोक नृत्य,सुहानी कुमारी का भजन ,आर्या की एकल नृत्य व रोहाणी मनीषी की गजल ने लोगो को तालियां बजाने पर विवश कर दिया। जबकि आद्यादेवी संगीत संस्थान की रौशनी की लोक नृत्य,अनिशा की शास्त्रीय नृत्य ( कत्थक ) एवं संस्कृति द मॉडल स्कूल से जुड़ी बच्चियों की सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। जबकि आर्या रौनक श्रीवास्तव की सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति ने कार्यक्रम को मजबूती प्रदान कर दिया। सांस्कृतिक उपसमिति के संयोजक रूपेश नंदन एवं सह संयोजक विश्वनेक समदर्शी ने बताया कि विभिन्न स्कूलों के बच्चों के बीच सांस्कृतिक प्रतियोगिता कराकर सफल प्रतिभागियों का चयन किया गया था
जिन्होंने अपनी प्रतिभा की प्रस्तुति दी।
समिति द्वारा इसके अतिरिक्त सुनील कुमार वर्मा एवं सुबोध श्रीवास्तव के देखरेख में सामान्य चयन एवं निबंध लेखन प्रतियोगिता, अरबिंद कुमार वर्मा,हरिकिशोर श्रीवास्तव एवं आनंद कुमार वर्मा के नेतृत्व में क्रीड़ा प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागियों को समिति के अध्यक्ष नागेंद्र कुमार वर्मा,महासचिव विमल कुमार वर्मा, प्रतियोगिता के निर्णायक गुप्तेश शंकर सहित अन्य अतिथियों ने प्रशस्ति पत्र मोमेंटो एवं पठन पाठन सामग्री देकर सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम के पूर्व आम सभा नागेंद्र कुमार वर्मा की अध्यक्षता व गुप्तेश शंकर के सफल संचालन में हुई जिसमें समिति के संरक्षक प्रमोद रंजन सिन्हा ने इसके ऐतिहासिक पक्ष को रखा ।
वही विशिष्ट अतिथि प्राचार्य प्रोफेसर के.पी श्रीवास्तव ने बिहार सरकार द्वारा हाल ही में जातीय जनगणना में कायस्थ समाज के प्रतिशत को लेकर चिंता चिंता प्रकट की तथा कहा कि बदलते समय मे हमे जागरूक होने की आवश्यकता है।जबकि जय प्रकाश विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष ड़ॉ.सुधा बाला ने बच्चों की प्रतिभा को सराहा तथा कहा कि सभी क्षेत्रों में बच्चों को आगे लाने की आवश्यकता है । साथ ही,प्रसिद्ध अधिवक्ता सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने समिति के क्रियाकलापो की तारीफ करते हुए कहा कि सभी चित्रांश बंधुओ को किसी तरह की भेदभाव मिटार्कर एकता का परिचय दे ।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में समिति कर अध्यक्ष नागेंद्र कुमार वर्मा ने स्पष्ट कहा कि सभी चित्रांश परिवारों से जुड़े सदस्यों को सामाजिक,सांस्कृतिक,शैक्षणिक,साहित्यिक एवं रचनात्मक कार्यो में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेकर अपनी ताकत व एकजुटता का एहसास कराना चाहिये।
प्रारम्भ में,महासचिव विमल कुमार वर्म्स ने प्रतिवेदन के साथ साथ लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
इस मौके पर राकेश नारायण सिन्हा, मनीष रंजन, दिलीप कुमार,अभिजीत कुमार,प्रिंस राज,भूपेश नंदन,बिट्टू, पारस नाथ श्रीवास्तव, प्रो.अजीत कुमार ,संजाय कुमार अशोक कुमार,सहित प्रबुद्ध नागरिक व अभिभावक गण उपस्थित थे।
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