सारण: लोकसभा में वायुयान विधेयक पर चर्चा सस्ता हवाई किराया और पटना में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा पर भी बोले रुडी….
• रुडी के संबोधन को पक्ष विपक्ष के सभी सांसदो ने सराहा, TMC के सौगत राय ने बताया ज्ञानवर्धक
• पूर्व नागरिक विमानन मंत्री के साथ व्यावसायिक पायलट भी है सांसद रुडी
• अपने अनुभव से रुडी ने विमानन क्षेत्र में आने वाली समस्याओं को भी रेखांकित किया
• रुडी ने कहा; पीएम ने देशहित में निर्णय लिया, इसका स्वागत होना चाहिए
• सस्ते हवाई किराया के लिए रुडी ने उपाय भी सुझाया
• पटना हवाई अड्डा पर जताई चिंता, कहा; नये ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा की आवश्यकता
• अपने 40 मिनट के संबोधन में विमानन क्षेत्र की शुरूआत से लेकर अब तक के सुधार का किया चर्चा
बिहार न्यूज़ लाईव सारण डेस्क: 08 अगस्त 2024 । नागरिक विमानन क्षेत्र से संबंधित वायुयान विधेयक पर आज लोक सभा में व्यापक चर्चा हुई। विधेयक के समर्थ में बोलते हुए सारण सांसद सह पूर्व नागरिक विमानन मंत्री श्री राजीव प्रताप रुडी ने कहा की देश में पहले केवल सरकारी वायुयान कंपनियां ही थी जिनमे एयर इंडिया एयरलाइन्स इंडियन एयरलाइन्स थे।
बाद में प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार जब केंद्र में आई तो नागरिक विमानन क्षेत्र में निजीकरण की नीती लाई गई और तब उद्योगपतियों ने निजी विमानन कंपनी स्थापित कर अपने विमान देश के लिए उड़ाना आरंभ किए। बता दें कि उस समय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री रुडी ही थे, इसकी याद दिलाते हुए उन्होंने सदन को बताया कि उस समय जिन कंपनियों को उन्होंने या उनके प्रयास से नागरिक विमानन का प्रमाण पत्र दिया गया था, उनमें से कई कंपनियां बंद हो गई। कुछ बंद होने की कगार पर है।
इस तरीके से नागरिक विमानन क्षेत्र के प्रगति के लिए बढ़ते किराये को कम करने के उपाय की और इस क्षेत्र के व्यापक विस्तार और विकास से संबंधित मुद्दों पर की। 40 मिनट से अधिक समय उन्होंने लोक सभा में अपना सम्बोधन दिया विदित हो कि श्री रुडी स्वयं व्यवसायीक लाईसेंस धारण करने वाले पायलट भी हैं और देश विदेश के लिए अभी भी वायुयान उड़ाते हैं। इसलिए उन्हें विमानन क्षेत्र की समस्याओं, उसके कार्मिकों, पायलट और क्रू मेंबर्स तक की समस्याओं का व्यावहारिक अनुभव है। अपने उसी अनुभव का उपयोग करते हुए उन्होंने विमानन क्षेत्र में एटीसी, प्रशिक्षण आदि आने वाली समस्याओं को भी रेखांकित किया।
लोकसभा में बोलते हुए सांसद रुडी ने बिहार के लिए एक अंतरराष्ट्रीय ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा का भी विषय उठाया। उन्होंने कहा कि 14 करोड़ की आबादी वाले राज्य बिहार से मै आता हूँ जहाँ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के नाम पर पटना में एक जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डा है। परन्तु यहां से कोई भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान नहीं है क्योंकि इसका रनवे छोटा है। सरकार यहां 1600 करोड़ खर्च कर रही हैं।
लेकिन इतना खर्च करने के बाद भी हवाई पट्टी में एक इंच का परिवर्तन नहीं हो रहा है। आज भी देश में अगर सबसे खतरनाक हवाई अड्डा है तो पटना है। उन्होंने कहा कि मै 14 साल से कह रहा हूँ कि हमें बिहार में एक नया हवाई अड्डा चाहिए सभी समझते है और कहते है कि बिहटा में हवाई अड्डा बना बना देंगे। लेकिन बिहटा भी पटना की तरह ही होगा। जहाज के क्रैस होने का खतरा बना रहेगा। उन्होंने कहा कि यदि दिल्ली की तरह पटना में भी ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा का निर्माण होता है तो हवाई किराया भी कम होगा।
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