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समस्तीपुर: सरकार ने एनीमिया मुक्त भारत बनाने को लेकर विद्यालय के बच्चों के बीच दवा वितरण को लेकर डॉ0 नितेश कुमार सिंह ने उच्च विद्यालय शादीपुर घाट को किया निरीक्षण।

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निरीक्षण के क्रम में जाँच टीम ने जाँच के दौरान एक्सपायर आयरन की गोली व गुलाबी गोली दवा की बनायी जप्ती सूची।

बिहार न्यूज़ लाइव समस्तीपुर डेस्क अर्जुन कुमार झा/समस्तीपुर/खानपुर प्रखंड के अंतर्गत उच्च माध्यमिक विद्यालय शादीपुर घाट आज सा।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खानपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर राणा नितेश कुमार सिंह एंव भारत सरकार की सहयोगी संस्था पिरामल फाऊंडेशन की रिप्रेजेंटेटिव श्रीमती श्वेता ने अपराह्न 2:25 पर दिनांक 21 फरवरी 2024 को विद्यालय में एनीमिया मुक्त भारत की दिशा में कदम उठाते हुए आयरन की नीली और गुलाबी गोली के वितरण का जायजा लेने के लिए अचानक विद्यालय पहुंचे तो वहाँ का नजारा देखकर वह लोग हाथ पाव मारते रह गए। पहली क्लास में पढ़ने वाली दो बच्चियों जिनकी उम्र 5 साल रही होगी वह विद्यालय के प्रांगण में झाड़ू लगा रही थी और उपस्थित मास्टर राम प्रवेश राय ने टीम के आने के बाद भी उन बच्चियों को झाड़ू लगाने के काम से नहीं रोका।वही बच्चों के बीच आयरन की गोली वितरण करने के संबंध में जब उपस्थित शिक्षक राम प्रवेश राय से पूछा गया तो उन्हें आयरन की दवाई के स्टॉक के बारे में और उसके भंडारण के बारे में कोई जानकारी नहीं दिया और प्रधानाध्यापक राज किशोर बैठा विद्यालय में ससमय विद्यालय में उपस्थित नहीं थे।दूरभाष पर संपर्क करने पर उन्होंने बताया की आयरन की 314 गोली वितरित की जाती है आज बुधवार के दिन आयरन की टेबलेट खिलाने का नियम पूरे राज्य में बनाया गया है। लेकिन ढाई बजे तक बच्चों के बीच आयरन की गोली वितरित नहीं की गई थी।वही शिक्षक राम प्रवेश राय ने कोई यह भी स्पष्ट नहीं किया कि किस उम्र के बच्चे को कौन सी दवा खिलानी है। जब दवाई के स्टोर से दवा निकाल कर वितरित करने के लिए उन्हें कहा गया तो उन्होंने जो दवाई निकली वह सारी दवाइयां दिसंबर 2023 में ही एक्सपायर हो चुकी थी। करीब करीब 1000 गोली वहां थी।जिसमें से 14 स्ट्रिप्स में से कुछ कुछ दवाइयां वितरित की जा चुकी थी। लेकिन उन्हें कब वितरण किया गया था।इस बात का कोई भी रिकॉर्ड विद्यालय में मौजूद नहीं था।उपस्थित शिक्षक यह भी बताया आयरन की नीली और गुलाबी नई गोलियां भी अस्पताल को आपूर्ति की जा चुकी है।परंतु वह कहां रखी गई थी।इस बात को शिक्षक नहीं बता पाए अंत में कुछ शिक्षकों ने किसी अन्य अलमारी में उनके रखने की बात कही लेकिन जांच दल के सामने वह गोलियां प्रस्तुत नहीं की गई।

 

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विद्यालय में उस समय राम प्रवेश राय के अलावा अर्जुन महतो,राकेश कुमार,आदित्य कुमार,शिक्षक अशोक कुमार उपस्थित थे।जब एक्सपायर दवाइयां की जप्ती सूची बनाई गई तो उनकी जप्ती सूची पर गवार के रूप में शिक्षक राम प्रवेश राय के द्वारा हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया गया।इस परिस्थिति में इसका वीडियो बनाते हुए सभी एक्सपायर दवाइयां जप्त कर ली गई है।
इस परिस्थिति में भारत सरकार के एनीमिया मुक्त भारत के अभियान को बहुत बड़ा गतिरोध हो सकता है। विद्यालयों में आयरन की दवा का आवश्यकता के अनुसार आपूर्ति पूरा करने के बावजूद विद्यालय प्रबंधन एवं संबंध पदाधिकारी एवं शिक्षकों की ओर से इसमें लापरवाही दिखाई जा रही है।

 

इस परिस्थिति में हीमोग्लोबिन का स्तर कम मिलना स्वाभाविक है।इस घटना से संबंधित सभी वीडियो और फोटोग्राफ प्रखंड विकास पदाधिकारी खानपुर से संबंध व्हाट्सएप ग्रुप में और सिविल सर्जन समस्तीपुर से संबंध व्हाट्सएप ग्रुप में भेज दिए गए है।

 

ताकि समस्तीपुर जिलापदाधिकारी एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी श्रीमती लक्ष्मी कुमारी खानपुर को इस घटना की समुचित जांच के आदेश दिए जाए।जिससे यह संदेश अन्य विद्यालयों के लिए भी मानक निर्धारित कर सके।

 

 

 

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