बिहार न्यूज़ लाइव पटना डेस्क: लैंड फॉर जॉब मामले में मुश्किलों में घिरे तेजस्वी यादव. जी हां रेलवे में लैंड फॉर जॉब्स मामले में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर CBI-ED का शिकंजा कसता जा रहा है.
इस मामले में ED ने तेजस्वी यादव को समन भेज कर 11 अप्रैल को दिल्ली स्थित मुख्यालय बुलाया है. बता दें कि लैंड फॉर जॉब्स मामले में ED पहली बार तेजस्वी से पूछताछ करेगी. इससे पहले CBI पूछताछ कर चुकी है. गौरतलब है कि तेजस्वी यादव लैंड फॉर जॉब्स मामले में 25 मार्च को CBI के सामने पेश हुए थे.
हालांकि CBI ने तेजस्वी यादव को भरोसा दिया था कि उनकी गिरफ्तार अभी नहीं की जाएगी. लेकिन इस बार ED का रुख कैसा रहता है…..इसका इंतजार तेजस्वी के समर्थकों के साथ उनके विरोधियों को भी है. संभावना जताई जा रही है कि तेजस्वी यादव से ED लंबी पूछताछ करेगी. सूत्रों के अनुसार केस में जांच एजेंसी ने कई तरह के सबूत जुटाए हैं. जैसा कि हम जानते हैं कि CBI का आरोप है कि जब लालू प्रसाद 2004 से 2009 के बीच भारत के रेल मंत्री थे, तब रेलवे में निर्धारित मापदंडों का उल्लंघन कर नौकरियां दी गई और नौकरी देने के बदले में जमीन ली गई. हालांकि तेजस्वी कह चुके हैं कि जिस समय का मामला है
उस समय वे काफी छोटे थे. वैसे ईडी ने लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, मीसा भारती, रागिनी यादव, चंदा यादव भोला यादव से उन कंपनियों के डिटेल्स मांगे गए हैं….. जिस पर ईडी को मनी लॉन्ड्रिंग का शक है. ED को लगता है कि ये कंपनियां सिर्फ कागज पर चलती रही है….और इन कंपनियों के तहत पैसे का आदान प्रदान किया जाता रहा है. बता दें कि 25 मार्च 2023 को जिस दिन तेजस्वी यादव से सीबीआई पूछताछ कर रही थी….. उसी दिन लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती से भी प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी द्वारा पूछताछ की जा रही थी….और 25 मार्च को ही देर शाम ईडी की ओर से यह जानकारी दी गई थी कि …..
उसे 600 करोड़ रुपये के लेनदेन के विषय में जानकारी मिली है. इसके अलावा 1900 यूएस डॉलर और सोना और जेवरात भी बरामद किए गए हैं. इस तरह तेजस्वी यादव अब सीबीआई के बाद ED के रडार पर आ गए हैं. ईडी ने सीबीआइ की प्राथमिकी के आधार पर प्रिवेंशन आफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. अब देखना यह है कि इस पूछताछ से इस मामले में क्या नया देखने को मिलता है.
Comments are closed.