बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क: छपरा सदर : मंगलवार को गंगा सिंह महाविद्यालय, छपरा में राष्ट्रीय सेवा योजना के ‘विशेष शिविर’ का उद्घाटन करते हुए जय प्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो प्रमेन्द्र कुमार वाजपेयी ने कहा कि शिक्षा में गुणात्मक परिवर्तन लाकर ही हम अपने समय और समाज को एक नई दिशा दे सकते हैं। शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ हमारे अंदर सामुदायिक सेवा-भाव का विस्तार हो और सामाजिक कार्यों में हमारी सहभागिता सुनिश्चित हो, तभी हम अपने समय और समाज में सार्थक हस्तक्षेप कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारा यह लक्ष्य होगा कि विश्वविद्यालय का प्रत्येक छात्र/छात्रा एनएसएस का सक्रिय स्वयंसेवक/स्वयंसेविका बने और राष्ट्र निर्माण में अपनी उपयोगिता प्रदर्शित करे।
राष्ट्रीय सेवा योजना के विश्वविद्यालय समन्वयक और उद्घाटन-सत्र के विशिष्ट अतिथि प्रो हरिश्चन्द्र ने अपने संबोधन में कहा कि जय प्रकाश विश्वविद्यालय से जुड़ी एनएसएस इकाई बेहतर प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अपना अलग पहचान बना रही है। एनएसएस स्वयंसेवकों से उन्होंने अपील की कि वे शिक्षा के साथ-साथ सामुदायिक जीवन के महत्त्व को भी समझें, तभी एक स्वस्थ, स्वच्छ और साक्षर समाज की परिकल्पना की जा सकती है।
गंगा सिंह महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो डॉ मो अंज़र आलम ने आगत अतिथियों का स्वागत मोमेंटो, अंगवस्त्र और बुके देकर किया। अपने स्वागत भाषण में उन्होंने कहा कि जितने भी महापुरुष यहाँ हुए, उन्होंने अपने कर्मों और सामाजिक सेवा से विश्व में एक अलग पहचान बनाई। उन महापुरुषों के आदर्शों को अपनाकर हम राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं। हमारी युवा पीढ़ी शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक कार्यों के प्रति भी जागरूक हो, तभी एक आदर्श समाज की स्थापना हो पाएगी।
एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कमाल अहमद ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए 12 से 18 मार्च 2024 तक चलनेवाले इस ‘विशेष शिविर’ की रूपरेखा प्रस्तुत की और बतलाया कि एनएसएस स्वयंसेवकों के उन्मुखीकरण के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियाँ एवं कार्यक्रम महाविद्यालय परिसर में होंगे। उन्होंने एनएसएस स्वयंसेवकों से कहा कि शिविर की सफलता उनकी सक्रिय सहभागिता से ही संभव है।
एनएसएस के इस विशेष शिविर का शुभारंभ आगत अतिथियों द्वारा महाविद्यालय के कुलदेवता की प्रतिमा तथा स्वामी विवेकानंद के तैलचित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। आभार ज्ञापन डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर एनएसएस के पूर्व विश्वविद्यालय समन्वयक प्रो वाचस्पति त्रिपाठी, महाविद्यालय के पूर्व प्रभारी प्राचार्य डॉ आदित्य चंद्र झा और कई अन्य प्राध्यापक तथा 50 से अधिक एनएसएस स्वयंसेवकों की सक्रिय उपस्थिति रही।
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