**गणेश चतुर्थी पर भटबाय गणेश मंदिर का मेला आज*
*जगह-जगह स्थापित होंगे गणपति
*गणपति महोत्सव को लेकर लोगों में उत्साह का माहौल
* पुष्कर के मोहल्लों में दस दिवसीय कार्यक्रम होंगे
बिहार न्यूज़ लाइव अजमेर डेस्क: पुष्कर/अजमेर (हरिप्रसाद शर्मा ) तीर्थराज पुष्कर में मंगलवार को गणेश चतुर्थी महोत्सव श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाई जाएगाी। मुख्य मेला भटबाय गनेश मंदिर में भरेगा। मंदिर में सजावट की ज़ोर शोर से तैयारियाँ की जा रही है । मंदिर के पुजारी कुंज बिहारी शर्मा ने बताया म प्रति वर्ष की भाँति प्रातः गणेश भगवान की विधिवत मंत्रों उच्चारण के साथ विशेष पूजा अर्चना की जायेगी । मेले में बच्चों के मंनोरंजन हेतु कई प्रकार के झूले व अन्य संसाधन महोत्सव में शामिल हुए हैं । ब्रह्म चौक स्थित बड़े गनेश मंदिर में भी मेला भरेंगा। वहीं संतोषी माता की ढाणी स्थित वट गनेश मंदिर में भी मेला महोत्सव होगा । पुजारी राधेश्याम शर्मा ने बताया कि वट गनेश मंदिर,यहाँ पर बट के पेड़ में स्वतः ही गनेश प्रकट हुए हैं ।
बड़े गजानन मंदिर के पुजारी ईश्वर लाभचंद पाराशर ने बताया कि यह
सिद्ध गनेश है । यहाँ आने वाले भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती हैं । यह भी बताया और मान्यता है कि जिस बच्चे या बच्चियों की शादी नहीं ब्रह्म मुहूर्त में पूजा अर्चना करने से कार्य सिद्ध होता है । यहाँ भगवान के साथ रिद्धि सिद्धि गजानन महाराज के चंवर डुलाते है ।
सोमवार की रात्रि को जगह जगह गणेश देवालयों में विशेष सजावट के साथ जागरण भी होगा। मंगलवार की सुबह नगर में जगह जगह विभिन्न मौहल्लों व कॉलोनियों में विधिवत रूप से गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जायेगी । साथ ही दस दिवसीय गणेश महोत्सव का आगज होगा। इससे पूर्व स्थापित की जाने वाली प्रतिमाओं की शोभा यात्रा निकाली जाएगी। गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक विभिन्न कार्यक्रम विधिवत आयोजित किये जायेगें।*
*जगह-जगह स्थापित होंगे गणपति
*गणपति महोत्सव को लेकर लोगों में उत्साह का माहौल
* पुष्कर के मोहल्लों में दस दिवसीय कार्यक्रम होंगे
पुष्कर/अजमेर (हरिप्रसाद शर्मा ) तीर्थराज पुष्कर में मंगलवार को गणेश चतुर्थी महोत्सव श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाई जाएगाी। मुख्य मेला भटबाय गनेश मंदिर में भरेगा। मंदिर में सजावट की ज़ोर शोर से तैयारियाँ की जा रही है । मंदिर के पुजारी कुंज बिहारी शर्मा ने बताया म प्रति वर्ष की भाँति प्रातः गणेश भगवान की विधिवत मंत्रों उच्चारण के साथ विशेष पूजा अर्चना की जायेगी । मेले में बच्चों के मंनोरंजन हेतु कई प्रकार के झूले व अन्य संसाधन महोत्सव में शामिल हुए हैं । ब्रह्म चौक स्थित बड़े गनेश मंदिर में भी मेला भरेंगा। वहीं संतोषी माता की ढाणी स्थित वट गनेश मंदिर में भी मेला महोत्सव होगा । पुजारी राधेश्याम शर्मा ने बताया कि वट गनेश मंदिर,यहाँ पर बट के पेड़ में स्वतः ही गनेश प्रकट हुए हैं ।
बड़े गजानन मंदिर के पुजारी ईश्वर लाभचंद पाराशर ने बताया कि यह
सिद्ध गनेश है । यहाँ आने वाले भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती हैं । यह भी बताया और मान्यता है कि जिस बच्चे या बच्चियों की शादी नहीं ब्रह्म मुहूर्त में पूजा अर्चना करने से कार्य सिद्ध होता है । यहाँ भगवान के साथ रिद्धि सिद्धि गजानन महाराज के चंवर डुलाते है ।
सोमवार की रात्रि को जगह जगह गणेश देवालयों में विशेष सजावट के साथ जागरण भी होगा। मंगलवार की सुबह नगर में जगह जगह विभिन्न मौहल्लों व कॉलोनियों में विधिवत रूप से गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जायेगी । साथ ही दस दिवसीय गणेश महोत्सव का आगज होगा। इससे पूर्व स्थापित की जाने वाली प्रतिमाओं की शोभा यात्रा निकाली जाएगी। गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक विभिन्न कार्यक्रम विधिवत आयोजित किये जायेगें।
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