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अररिया: भरगामा में कैंसर से मौत का खौफ,सरकार से मदद की गुहार

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विशेष संवाददाता/अंकित सिंह,भरगामा (अररिया)

फोटो: बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय. (फाइल फोटो)

बिहार न्यूज़ लाईव अररिया डेस्क: कैंसर! ये ऐसी बीमारी है जो मरीजों के साथ पूरे परिवारों को आर्थिक और मानसिक रूप से तोड़ देती है. शुरू में पता चल जाए तो इस बीमारियों से बचाने की उम्मीदें भी लोगों को रहती है,लेकिन देर हो जाए तो डॉक्टर भी कुछ नहीं कर पाते हैं. भरगामा प्रखंड इलाके में पहले कैंसर के इक्के-दुक्के हीं मामले आते थे. लेकिन,अब एक हीं परिवार के कई लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को लेकर सिरसियाकला,रघुनाथपुर,शंकरपुर आदि गांव के लोगों में दहशत का महौल है. हर किसी की जहन में कैंसर ग्रस्त होकर मौत का खौफ बना हुआ है. इस गांव में वर्तमान में कई मरीज कैंसर की चपेट में है,वहीं कई मरीजों की कैंसर की चपेट में आने से मौत भी हो चुकी है. मालूम हो कि अधेड़ महिला व पुरुषों की कैंसर से पीड़ित होने के कारण अचानक मौत हो गई है,इसलिए इस गांव के सभी लोगों में कैंसर बीमारी होने का खौफ बना हुआ है. बता दें कि अररिया जिले के अंतिम छोड़ पर स्थित भरगामा प्रखंड क्षेत्र के सिरसियाकला पंचायत के विभिन्न गांवों में कई वर्षों से किसी न किसी परिवारों के सदस्यों का चीखना-चिल्लाना तथा रोना और सिसकियां सुनाई देती रहती है. कैंसर पीड़ित परिजनों के द्वारा दहाड़ मारकर रोने की आवाज सुनकर गांव के लोग समझ जाते हैं कि कैंसर बिमारी से संक्रमित होने के कारण हीं फलना की मृत्यु हुई होगी. बता दें कि सिरसियाकला पंचायत और रघुनाथपुर पंचायत में कैंसर बीमारी महामारी का रूप ले चुकी है. बीते एक दशकों में सिर्फ और सिर्फ सिरसियाकला पंचायत के विभिन्न गांवों में कैंसर संक्रमण से संक्रमित होकर मरने वालों की संख्या करीब दो दर्जनों से भी अधिक बताई जा रही है. बताया जाता है कि सिरसियाकला पंचायत के विभिन्न वार्ड के विभिन्न गांवों से प्रत्येक वर्ष कोई न कोई वक्ति कैंसर जैसी बिमारी की चपेट में आकर काल कलवित हो जाते हैं. बताया जाता है कि क्षेत्र के समाजसेवियों,बुद्धिजीवियों एवं विभिन्न राजनीतिकदलों के नेताओं के द्वारा सिरसियाकला पंचायत एवं रघुनाथपुर पंचायत के लोगों को लगातार हो रही कैंसर जैसी खतरनाक बिमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों को जानकारी दिया जाता है. और कैंसर जैसी भयानक बीमारी से ग्रसित लोगों की समय-समय पर उच्चस्तरीय जांच की भी मांग की जाती रही है. जबकि कैंसर से पीड़ित परिजनों के द्वारा लगातार स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों से कैंसर जैसी भयानक बिमारी की रोकथाम हेतु आवश्यक कदम उठाने की भी मांग की जाती रही है. परन्तु,स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के कारण विभागीय अधिकारियों के द्वारा सिरसियाकला एवं रघुनाथपुर गांव पहुंचकर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से ग्रसित लोगों का ईलाज करवाना तो दूर स्थल निरीक्षण कर कैंसर से पीड़ित लोगों का हाल-चाल जानना भी मुनासिब नहीं समझा जाता है. जिसके कारण इस गांव के लोग सरकार और प्रशासन से नाराज हैं. लोगों का कहना है कि इस गांव के लोगों को कैंसर बीमारियों ने पूरी तरीके से अपने चपेट में ले लिया है. जिसके कारण यहां के लोगों का जिंदगी तहस-नहस हो गया है. फिर भी अंधी और बहरी सरकार की नींद नहीं टूट रही है. आखिरकार बिहार सरकार और जिला प्रसासन कब तक गहरे नींद में सोये हुए रहेंगे. इसका जवाब भरगामा प्रखंड वासियों को नहीं मिल रहा है.

कैंसर संक्रमितों की सक्रिय केस

केस स्टडी: 01. रघुनाथपुर उत्तर पंचायत के वार्ड संख्या 04 निवासी वर्तमान वार्ड सदस्य सुरेश शर्मा लंबे समय से कैंसर रोगों से ग्रसित है. बताया जाता है कि उनके जीभ में कैंसर रोग पकड़ लिया है. जिसके कारण वह जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं. कैंसर पीड़ित परिजनों ने बताया कि उन्हें अब तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई भी सरकारी लाभ नहीं मिला है.

केस स्टडी: 02. रघुनाथपुर उत्तर पंचायत के वार्ड संख्या 04 निवासी रमेश यादव पिता कमलकिशोर यादव कैंसर बीमारियों से ग्रसित है,उसकी इलाज पटना के एक निजी अस्पताल में चल रहा है. कैंसर पीड़ित रमेश यादव के परिजनों ने बताया कि अब तक उन्हें स्वास्थ्य विभाग की ओर से किसी प्रकार का कोई भी लाभ अब तक नहीं मिला है.

कैंसर बीमारियों से ग्रसित लोगों की मौत का आंकड़ा

केस स्टडी:01. सिरसियाकला पंचायत के वार्ड संख्या 03 निवासी 55 वर्षीय मोहम्मद सुलेमान पिता जहरुद्दीन की मौत बीते 27 जनवरी 2024 को कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी की चपेट में आने से हो गई थी. पीड़ित परिवार के सदस्यों ने बताया कि सुलेमान को आंत में कैंसर हो गया था. जिसका ईलाज पूर्णिया,पटना,दिल्ली सहित विभिन्न अस्पताल में कराया गया. मगर ईश्वर को शायद मंजूर नहीं था कि सुलेमान जिंदा इस जमीन पर रहे.

केस स्टडी:02. सिरसियाकला पंचायत के वार्ड संख्या 02 निवासी मोहम्मद रिजवान पिता तैजमूल हुसैन को आंत में कैंसर हो जाने के कारण 03 मार्च 2022 को उनकी मृत्यु हो गई थी. उनके परिजनों ने बताया कि लाखों रूपये कर्ज लेकर इलाज कराया पर उसे बचा नहीं सका.

केस स्टडी:03. सिरसियाकला पंचायत के वार्ड 04 निवासी भुवन मंडल पिता कारी मंडल को कैंसर बीमारियों ने अपने चपेट में ले लिया. जिसकी मृत्यु 04 जुलाई 2022 को हो गई थी. उनके परिजनों ने बताया कि सारी कमाई उनके इलाज में लगा दी,लेकिन अपने मरीजों को बचा नहीं पाए.

केस स्टडी:04. सिरसियाकला पंचायत के वार्ड संख्या तीन निवासी 60 वर्षीय अब्दुल मजीद पिता सफिक आलम को आंत व हाथ में कैंसर होने के कारण 23 जून 2021 को मृत्यु हो गई थी. उनके परिजनों ने बताया कि अब्दुल के इलाज में सारी जमा-पूंजी खत्म हो गई. लेकिन,मरीज को नहीं बचा पाया.

केस स्टडी: 05 सिरसियाकला पंचायत के वार्ड संख्या 04 निवासी अशोक रजक पिता अशरफी रजक को कैंसर बीमारी होने के कारण 05 जून 2019 को मौत हो गई थी. उनके परिजनों ने बताया अशोक रजक के इलाज में कई लाख रुपए खर्च किया. लेकिन,मरीज को नहीं बचाया जा सका.

केस स्टडी: 06. सिरसियाकला पंचायत के वार्ड संख्या 03 निवासी 45 वर्षीय पूर्व पैक्स अध्यक्ष साकिर हूसैन उर्फ लड्डू पिता मोहम्मद अली को मुंह में कैंसर हो जाने के कारण 06 जुलाई 2018 को उनकी मृत्यु हो गई थी. उनके परिजनों ने बताया कि साकिर हूसैन का ईलाज पूर्णियां,पटना,दिल्ली के विभिन्न अस्पताल में कराई गई थी,लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.

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केस स्टडी: 07. शंकरपुर पंचायत के वार्ड संख्या 02 निवासी प्रदीप कुमार मिश्र पिता स्वर्गीय रामानंद मिश्र कैंसर रोग से ग्रसित होने के कारण 09 अक्टूबर 2016 को उनकी मृत्यु हो गई थी. उनके परिजनों ने बताया लोगों से कर्ज लेकर बड़े-बड़े अस्पतालों में उनका इलाज करवाया. लेकिन,उन्हें बचाया नहीं जा सका.

केस स्टडी: 08 शंकरपुर पंचायत के वार्ड संख्या 02 निवासी प्रमोद मिश्र पिता बैजनाथ मिश्र कैंसर बीमारियों से ग्रसित होने के कारण जिंदगी से जंग हार गए थे. उनकी मृत्यु 05 मार्च 2014 को हो गई थी. उनके परिजनों ने बताया कि हमलोगों ने उनकी जान बचाने की भरपूर कोशिश की. लेकिन,उनका जान नहीं बचा पाया.

केस स्टडी: 09. सिरसियाकला पंचायत के वार्ड संख्या 03 निवासी समसा खातून पति निजामुद्दीन की मौत कैंसर बिमारी की चपेट में आने से 05 नवंबर 2010 को हो गई थी. जबकि समसा के पति निजामुद्दीन की भी मौत 07 फरवरी 2015 को कैंसर बीमारी की चपेट में आने से हो गई थी. उनके परिजनों ने बताया कि समसा खातून और उनके पति निजामुद्दीन का ईलाज पूर्णियां,पटना शहरों के कई अस्पताल में कराई गई,लेकिन ईलाज के दौरान हीं उनकी मृत्यु हो गई.

केस स्टडी: 10. सिरसियाकला पंचायत के वार्ड संख्या तीन निवासी उच्च विद्यालय चरणे के शिक्षक 55 वर्षीय जगदीश यादव पिता मुंनीलाल यादव की मृत्यु 01 अगस्त 2014 को गला एवं जीभ में कैंसर बिमारी हो जाने के कारण हो गई थी. बताया गया कि जगदीश यादव का ईलाज पूर्णियां,पटना,दिल्ली के विभिन्न अस्पताल में कराया गया,लेकिन उन्हें नहीं बचाया जा सका.

केस स्टडी: 11. सिरसियाकला पंचायत के वार्ड संख्या 01 निवासी 55 वर्षीय जगदीश सरदार पिता भुपेश्वर सरदार के पैर में कैंसर हो जाने के कारण 08 वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई थी. परिजनों ने बताया कि कैंसर से पीड़ित जगदीश सरदार का पैर काटना पड़ा. लेकिन,पैर काटने के बाद उनकी मृत्यु हो गई. जबकि जगदीश सरदार की पत्नी कुसमी देवी की मौत आंत में कैंसर पकड़ लेने के कारण हो गई थी. उनके परिजनों ने बताया कि उनके ईलाज करवाने में हमलोग कंगाल हो गए. लेकिन,उनका जान नहीं बचा पाए.

केस स्टडी: 12. सिरसियाकला पंचायत के वार्ड संख्या 02 निवासी 50 वर्षीय सत्यनारायण यादव पिता लट्टूरन यादव की मौत दस वर्ष पूर्व गला में कैंसर हो जाने के कारण हो गई थी. उनके परिजनों ने बताया कि हमलोगों ने उनके इलाज में कोई भी कमी नहीं छोड़ी थी. लेकिन,उन्हें नहीं बचा पाया.

केस स्टडी: 13. उच्च विद्यालय चरणे के चपरासी सिरसिया कला पंचायत के वार्ड संख्या 02 निवासी 60 वर्षीय सुरेन्द्र यादव की मौत 12 वर्ष पूर्व फैफरा में कैंसर हो जाने के कारण हो गई थी. जबकि सुरेन्द्र यादव की 45 वर्षीय पत्नी जानकी देवी की मौत दो वर्ष पूर्व बच्चा दानी में कैंसर हो जाने के कारण हुई है. उनके परिजनों ने बताया कि हमलोगों ने लाखों रूपये खर्च कर बड़े-बड़े अस्पतालों में उनका इलाज करवा था. लेकिन,उनको नहीं बचा पाया.

केस स्टडी: 14. सिरसियाकला पंचायत के वार्ड संख्या 02 निवासी लक्ष्मण यादव की पत्नी रामकुमारी देवी की मौत करीब 15 वर्ष पूर्व आंत एवं बच्चादानी में कैंसर होने से हुई थी. उनके परिजनों ने बताया कि उनके इलाज में हमलोगों की सारी संपत्ति नष्ट हो गई फिर भी उन्हें नहीं बचा पाया.

केस स्टडी: 15. उच्च विद्यालय चरणे के शिक्षक सिरसिया कला पंचायत निवासी अगमलाल यादव पिता गंगा यादव के आंत एवं फेफड़ा में कैंसर हो जाने के कारण 15 वर्ष पूर्व काल कलवित हो गया था. उनके परिजनों ने बताया कि लोगों ने जहां-जहां इलाज करवाने का सलाह दिया वहां-वहां इलाज करवाया. लेकिन,उनका जान नहीं बचा पाया.

क्या कहते हैं क्षेत्र के लोग

प्रमुख संगीता यादव,उप प्रमुख शाहनवाज अंसारी,जिप सदस्य किरण देवी,पूर्व जिप सदस्य दिव्य प्रकाश यादवेंन्दु उर्फ विजय यादव,समाजसेवी सत्यनारायण शाह,अशोक सिंह,राकेश रंजन परिहार,गजेंद्र यादव,संजय मिश्रा,अब्दुल रहमान,उपेन्द्र सरदार,ब्रह्मदेव यादव,अनिल झा,मोहम्मद असलम बेग,महेंद्र सरदार,रामकुमार शाह,रंजय राय,गौरव झा,अखिलेश यादव,सुबोध यादव,लड्डू यादव,गुड्डू यादव,माधव यादव आदि का कहना है कि इस क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष किसी न किसी गांव के किसी न किसी परिवार के सदस्य की मौत कैंसर की चपेट में आने से हो जाती है. बताया गया कि कैंसर जैसी खतरनाक बिमारी की रोकथाम हेतु आवश्यक कदम उठाने की मांग स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारी,जिलाधिकारी सहित स्थानीय विधायक,सांसद से कई बार की गई है. फिर भी अबतक कैंसर जैसी खतरनाक बिमारी की रोकथाम हेतु कोई आवश्यक कदम नहीं उठाई गई है,जिसके कारण इस क्षेत्र के लोगों में कैंसर से मौत का खौफ बना हुआ है.

क्या कहते हैं कैंसर चिकित्सक

इस बबात कैंसर चिकित्सक डॉक्टर सद्दाम अंसारी का कहना है कि कैंसर बीमारियों से ग्रसित लोगों की जांच एवं इलाज के लिए कैंसर चिकित्सक की पूरी टीम जल्द हीं भरगामा जाएगी. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की पूरी प्रयास है कि हरेक कैंसर पीड़ित मरीजों की सही जांच और उचित इलाज हो.

क्या कहते हैं स्वास्थ्य मंत्री

इस संबंध में बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि विभागीय अधिकारी को हिदायत दिया गया है कि वे अतिशीघ्र भरगामा पहुंचकर कैंसर से ग्रसित मरीजों का जांच एवं ईलाज तथा दवाई की समुचित व्यवस्था का इंतजाम करें. उन्होंने कहा कि कैंसर के बढ़ते संक्रमण को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह सचेत और गंभीर है. उनका कहना है कि कैंसर के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कैंसर मरीजों की टेस्टिंग,ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट पर लगातार काम किया जा रहा है.

 

 

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