• सांसद पायलट रुडी ने एविएशन में 15 वर्षों की शानदार यात्रा पूरी की, अद्वितीय पहचान बनाई है
• रुडी की सांसद, वाणिज्यिक पायलट, अधिवक्ता और प्राध्यापक के रुप में विविध क्षेत्रों में अभूतपूर्व उपलब्धियां
• अपने 35 वर्ष के राजनीतिक जीवन में सांसद रहते हुए 15 वर्षों की विमानन क्षेत्र में सेवा दी रुडी ने
• 1990 में विधायक बने रुडी को 2010 में ए-320 एयरबस विमान उड़ाने का लाइसेंस मिला
• भारत की राजनीति इतिहास में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के पास था व्यावसायिक लाइसेंस
छपरा: लोकसभा सांसद, वाणिज्यिक पायलट, अधिवक्ता और प्राध्यापक राजीव प्रताप रुडी ने अपने जीवन में विविध क्षेत्रों में अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल कर न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। राजनीति, विमानन सेवाओं, विधि और शिक्षा जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में उनकी सक्रियता ने युवाओं के लिए प्रेरणा का बड़ा स्रोत प्रदान किया है। श्री रुडी की यह गौरवशाली यात्रा उनकी मेहनत, साहस और नेतृत्व क्षमता का प्रतीक है। उनके योगदान ने न केवल एविएशन इंडस्ट्री, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को भी मजबूत किया है। श्री रुडी दुनिया के पहले और एकमात्र सांसद हैं, जो ए-320 विमान के कप्तान हैं। वे लगभग 5000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव रखते हैं और विदेश में विदेश में अब्बू धाबी, सिंगापूर माले, श्रीलंका और फुकेट, दुबई इत्यादि अंतरराष्ट्रीय उड़ान समेत देश के पटना, श्रीनगर और जम्मू जैसे चुनौतीपूर्ण हवाई अड्डों पर भी सफलतापूर्वक विमान उड़ाया और उतारा है। बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला श्री लालकृष्ण आडवाणी, श्रीमती निर्मला सीतारमण, भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री चंद्राचूड़, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, रविशंकर प्रसाद समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री और मंत्री रुडी की कप्तानी में विमान में यात्री के रूप में यात्रा कऱ चूके हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री रुडी की पायलट बनने की यात्रा संघर्ष और धैर्य का एक अद्वितीय उदाहरण है। 1978 में एनसीसी के एयर विंग से जुड़कर उन्होंने पायलट बनने का सपना देखा। गवर्नमेंट कॉलेज, चंडीगढ़ में पढ़ाई के दौरान पटियाला फ्लाइंग क्लब में प्रशिक्षण लेते समय हेलिकॉप्टर का एक दुर्घटना के कारण फ्लाइंग क्लब बंद हो गया और उनका सपना अधूरा रह गया। 1990 में विधायक बनने के बाद उन्होंने बिहार फ्लाइंग क्लब में दाखिले के लिए आवेदन किया, लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाली सरकार ने अनुमति नहीं दी। 1996 में सांसद बनने और 2001 में नागरिक विमानन मंत्री बनने के बावजूद उन्हें बिहार फ्लाइंग क्लब में प्रवेश नहीं दिया गया। हालांकि, 2005 में श्री नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने पर रुडी को फ्लाइंग क्लब में नामांकन का मौका मिला। उन्होंने 2010 तक अपनी राज्यसभा सदस्यता के दौरान प्रशिक्षण पूरा किया और सीपीएल (कमर्शियल पायलट लाइसेंस) प्राप्त किया। वे भारत के सबसे उम्रदराज व्यक्ति बने जिन्हें यह लाइसेंस मिला। इसके बाद उन्होंने अमेरिका के मियामी सिम सेंटर से ए-320 एयरबस विमान का टाइप रेटिंग किया। 2010 में श्री रुडी ने इंडिगो एयरलाइंस में फर्स्ट ऑफिसर के रूप में अवैतनिक तौर पर कार्य शुरू किया। आज वे 5000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव रखते हैं और दुनिया के पहले सांसद हैं जो ए-320 विमान के कप्तान हैं।
छपरा से पांच बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा के कुल 7 बार के सांसद रुडी ने नागरिक विमानन मंत्री रहते हुए देश के विमानन क्षेत्र में कई सुधार किए। बिहार में विमानन के विकास के लिए निरंतर संघर्षरत, जिससे क्षेत्र को नई उड़ान मिल सके। श्री रुडी सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में एक प्रभावशाली अधिवक्ता हैं। वे शीघ्र ही पटना के एएन कॉलेज में अर्थशास्त्र के प्राध्यापक के रूप में अपनी सेवाएं देंगे। उन्होंने बिहार और भारत के कई प्रमुख नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों को अपने नेतृत्व में विमान यात्रा कराई है।
श्री राजीव प्रताप रुडी ने संघर्ष और समर्पण के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण सफलता हासिल की है। उन्होंने न केवल खुद को साबित किया है, बल्कि युवाओं को यह सिखाया है कि कोई भी सपना अनुशासन और मेहनत से हासिल किया जा सकता है। उनकी प्रेरणादायक यात्रा राजनीति, विमानन और शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने की आकांक्षा रखने वाले हर व्यक्ति के लिए एक मार्गदर्शक है।
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