बिहार न्यूज़ लाइव अररिया डेस्क: वरीय संवाददाता अंकित सिंह। अररिया। जिले के भरगामा प्रखंड क्षेत्र में किसानों द्वारा लाख हो हंगामा करने के बाद भी डीएपी,यूरिया,पोटाश खाद की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है। खाद विक्रेता आपस में यूनियन बनाकर किसानों को सरकारी कीमत से अधिक रेट पर खाद दे रहे हैं। बताया जाता है कि खाद दुकानदार द्वारा किसानों से सरकारी कीमत से अधिक रुपए लिए जाने का शिकायत स्थानीय छोटे अधिकारी से लेकर बड़े अधिकारी तक कर चुके हैं।
लेकिन तमाम अधिकारियों की उदासीनता के कारण खुदरा खाद विक्रेता की मनमानी चरम पर पहुंच चुकी है। वर्तमान समय में मकई,गेहूं आदि फसल के लिए किसानों को डीएपी,यूरिया,पोटाश आदि खाद की सख्त जरूरत है। फसल बर्बाद ना हो जाए इसे लेकर किसानों को तय मूल्य से अधिक कीमत पर खाद खरीदना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि 266 रुपए प्रति बैग यूरिया की खाद 350 रुपए से 500 रुपए प्रति बैग बिक रहा है।
जानकारी के मुताबिक 1350 रुपए का डीएपी 1600 रुपए से लेकर 1800 रुपए प्रति बैग बिक रहा है। जबकि 1700 रुपए प्रति बैग का पोटाश 1800 रुपए से लेकर 2200 रुपए तक बिक रहा है। बता दें कि किसान बब्लू यादव,संजय यादव,सुनील सिंह,रविन्द्र कुमार,राणा सिंह,विजय सिंह,राजकुमार रजक,मोहम्मद असलम बेग आदि दर्जनों किसानों ने बताया कि खाद विक्रेता बेखौफ होकर किसानों से दोगुना से अधिक मूल्य पर खाद बेच रहे हैं।
जानकार बताते हैं कि भरगामा प्रखंड क्षेत्र के सिमरबनी,शंकरपुर,जयनगर,कुसमौल,महथावा,रघुनाथपुर,पैकपार,भरगामा,सुकेला,खुजरी,चरैया सहित विभिन्न चौक-चौराहे के खाद विक्रेताओं की मनमानी व अधिकारियों की अनदेखी चरम सीमा पार है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार इस दिशा में विभागीय अधिकारी व प्रशासन किसी तरह का कदम नहीं उठा रहा है।
किसान कहते हैं कि इस वर्ष भी सरकार द्वारा किसानों को अनुदानित मूल्य पर बीज उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जिस कारण किसान महंगे दाम पर बीज खरीद कर खेती कर रहे हैं। जबकि उन्हें खाद भी निर्धारित मूल्य से दोगुने कीमत पर खरीदना पड़ रहा है।
और इन पर कृषि विभाग के स्थानीय अधिकारी किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। हालांकि इस संबंध में जब प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश्वर प्रसाद सिंह से बात किया गया तो वे इन तमाम चीजों से अनभिज्ञता जाहिर की। जबकि इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार से बात किया गया तो वे सरकारी रेट से अधिक मूल्य पर खाद बेचने वाले दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही।