भागलपुर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय में 15 दिनों से बिजली नही होने के विरोध में विश्वविद्यालय के सभी पीजी विभाग को बंद करा कर धरने पर बैठे।
*कल तक छात्रों की समस्या का निदान नहीं होता है तो सभी विभागों एवं अन्य कॉलेजों को बंद करते हुए विश्वविद्यालय में होगा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन*
भागलपुर, बिहार न्यूज लाईव। शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भागलपुर द्वारा तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में लगभग 15 दिनों से बिजली काटने के बावजूद भी किसी प्रकार का प्रयास विश्वविद्यालय द्वारा नहीं किया गया।इसके विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में टीएनबी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय के सभी पीजी विभाग को बंद कराया गया। उसके पश्चात विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन को भी बंद कराया गया।जिसके बाद विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता धरना पर बैठ गए । धरना के बीच प्रॉक्टर एवं डीएसडब्ल्यू ने कुलपति का संदेश सुनते हुए कहा कि जल्दी आपकी समस्या को दूर कर दिया जाएगा। लेकिन विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता कुलपति से जवाब चाहते थे लेकिन कुलपति इसी बीच सीनेट हॉल से निकलकर एसएम कॉलेज भाग जाने का आरोप विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने लगाया है। वही 5:30 बजे तक परीक्षा नियंत्रक छात्र कल्याण अध्यक्ष एवं डॉक्टर को बंधक बनाकर रखा गया
वही आंदोलन में शामिल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सह मंत्री हैप्पी आनंद राज, जिला सयोजक रोहित राज ने कहा की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा पूर्व में कुलपति को बिजली एवं छात्र हितों की विभिन्न समस्या को लेकर ज्ञापन सोपा गया लेकिन कुलपति ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया अंकित विद्यार्थी परिषद ने कॉलेज एवं पीजी विभाग को बंद करते हुए विश्वविद्यालय को बंद कराया गया और समस्या का समाधान करने की मांग हमने विश्वविद्यालय प्रशासन किया है।
वही विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्य समिति सदस्य कुणाल पाण्डेय ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र चिल्लाती धूप और गर्मी में भी बिना बिजली के क्लास में पढ़ने के लिए मजबूर है छात्रों की समस्या सुनने वाला विश्वविद्यालय में कोई नहीं है इस कड़ी में विद्यार्थी परिषद में आज सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करते हुए सभी पीजी विभागों एवं अन्य कॉलेजों को बंद करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति के समक्ष हम लोग पहुंचे तो कुलपति विश्वविद्यालय को छोड़कर भाग गए जो की दुर्भाग्यपूर्ण है। छात्र हितों की समस्या को जब हम लोग कुलपति के समक्ष रखना चाहते हैं तो वह सुनने से इनकार कर देते हैं।आज का यह आंदोलन एक सांकेतिक मात्र प्रदर्शन था लेकिन अगर सोमवार तक छात्रों की समस्या का निदान नहीं होता है तो सभी विभागों एवं अन्य कॉलेजों को बंद करते हुए विश्वविद्यालय में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसका जिम्मेदार सिर्फ विश्वविद्यालय प्रशासन होगा।
वही जब हमने डीएसडब्ल्यू के फोन से कुलपति से बात की तो कुलपति ने रजिस्टर पर आरोप लगाते हुए कहा कि रजिस्टर से बात कर लीजिए सब कारण उन्हीं का है जब विश्वविद्यालय के पदाधिकारी एक दूसरे पर ही दोसर ओपन कर रहे हैं तो निदान निकालने की बात कहां हो रही है। मैंने कहा कुलपति विश्वविद्यालय का हेड होता है मैं आपसे बात करूंगा और जवाब भी आपको देना पड़ेगा तो उन्होंने कहा कि आप अनिश्चितकालीन बंदी के लिए अस्वस्थ है उनके पास कोई इसका निदान नहीं है।
सोमवार से अनिश्चितकालीन बंदी जो कि विद्यार्थी परिषद के आवाहन पर विश्वविद्यालय के कुलपति ने जो मोहर लगाया है वह अमल होकर रहेगा।प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आशुतोष सिंह तोमर, सौरव शर्मा, कोमल शर्मा, नगर मंत्री गौतम, प्रांजल बाजपाई, हर्ष मिश्रा, सूर्यप्रताप, अनुभव यादव, नीरज कुमार, शिवसागर , मयंक, अंकित, आनंद राज, आशीष, देव, अंकित आनंद, अखिलेश, अंकित राज, निशांत, संतोष मौजूद थे।
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