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सारण: भूखे रह गए मासूम बच्चे, रसोई गैस रिसाव के कारण विद्यालय के किचेन में लगी आग

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 बिहार न्यूज़ लाईव सारण डेस्क:  तरैया प्रखंड के चंचलिया पंचायत के प्राथमिक विद्यालय चंचलिया पश्चिम के रसोई घर में गुरुवार को आग लग गई।विद्यालय में एमडीम की भोजन बनाने के दौरान गैस सिलेंडर की पाइप से रिसाव के कारण आग लग गई।रसोइया मेवा साह,देवांति देवी और सतन राय ने विद्यालय के शिक्षकों को इसकी सूचना दिया,जिसके बाद विद्यालय में अफरा तफरी मच गई।विद्यालय के शिक्षकों ने सबसे पहले बच्चो को विद्यालय से बाहर निकाला।आग के डर से बच्चे घर भाग गए एवं कोई आसपास नही जा रहे थे।आग की सूचना मिलते ही ग्रामीण स्कूल में पहुंचे और शिक्षकों के सहयोग से आग बुझाने के प्रयास में जुट गए।आग लगने की सूचना तरैया थाना को दिया गया।थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने तुरंत अग्निशामक दल को घटना स्थल पर भेज दिया।सूचना पर अग्निशामक सेवा दल के अग्निचालक चंदन कुमार और अभिषेक कुमार मौके पर पहुंच कर आग बुझाने लगे।बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।तब जाकर शिक्षकों, बच्चो व ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।आग बुझाने के क्रम में अग्निचालक चंदन कुमार आंशिक रूप से घायल हो गए।घायल चंदन कुमार का इलाज रेफरल अस्पताल तरैया में किया गया।इस संबंध में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक संजय पंडित से पूछने पर बताया कि विद्यालय के गैस सिलेंडर का गैस खत्म हों गया था।आज सुबह में ही तरैया इंडेन ग्रामीण वितरक केंद्र से गैस सिलिंडर लेकर आए और किचेन शेड में खाना बनाने के लिए चूल्हा के रेगुलेटर लगा दिया गया।चावल बनाने के लिए ज्यों ही लाइटर से चूल्हा जलाया गया उसी उक्त सिलेंडर के रेगुलेटर के पास आग लगा गया।जिसे अग्निशामक दल के द्वारा आग बुझाया गया।

*भूखे रह गए विद्यालय के बच्चे*

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प्राथमिक विद्यालय चंचलिया पश्चिम के बच्चे आज भूखे रह गए।विद्यालय में अभी खाना बनने जा रहा था उसी वक्त किचेन घर में आग लग गया।जिससे खाना नही बनने से बच्चे भूखे रह गए।कक्षा चार के सुमन कुमारी,रुमन कुमारी,चांदनी कुमारी एवं कक्षा एक के पुतुल कुमारी ने बताया कि विद्यालय में आग लगने से खाना नही बना है।

*शो पीस बन गए हैं अग्निशमन यंत्र*

यह अच्छा संयोग था कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।अधिकतर स्कूलों में एलपीजी सिलेंडर से मिड डे मील की खाना बनता है। सतर्कता के तौर पर स्कूलों को अग्निशमन यंत्र दिए गए हैं।सभी यंत्र शो पीस बने हुए हैं इनका नवीकरण नहीं हुआ है।कभी यह देखा भी नहीं गया है कि आग बुझाने वाले उपकरण काम कर रहे हैं या नहीं।

 

 

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