बिहार न्यूज़ लाईव जमुई डेस्क: मृगांक शेखर सिंह/जमुई / जमुई में देसी महुआ शराब बनाने का वीडियो वायरल होने के बाद लोग अब सरकार और उत्पाद विभाग एवं स्थानीय थाना की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। वायरल वीडियो अब जिले भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि, इस वायरल वीडियो की पुष्टि बिहार न्यूज़ लाइव नहीं करता है।बिहार में पिछले कई सालों से शराबबंदी है लेकिन इसके बाद भी प्रदेश के तकरीबन सभी जिलों से शराब मिलने की खबरें सामने आती रहती हैं। ताजा मामला बिहार के जमुई जिले से सामने आया है।
यहां से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने शराबबंदी की पोल खोलकर रख दी है। उत्पाद विभाग एवं स्थानीय पुलिस के द्वारा लगातार कार्रवाई किए जाने के बाद भी शराब माफिया शराबबंदी कानून पर पलीता लगाते नजर आ रहे हैं।पूरा मामला चन्द्रदीप थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। चन्द्रदीप थाना क्षेत्र के भालुआना,और पलसा बुजुर्ग, हिलसा कोदवरिया सहित कई जगहों में लगातार शराब की चूलाई धड़ल्ले से जारी है। इसका एक वीडियो सहित तस्वीर वायरल हुआ है।वीडियो में साफ दिख रहा है कि देसी शराब की देसी तकनीक के तहत किस तरह से चूल्हे में आग जल रही है और देसी शराब चुलाई का कार्य चल रहा है।इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।वहीं वीडियो वायरल होने के बाद लोग अब सरकार और उत्पाद विभाग एवं स्थानीय थाना के ज़िम्मेवारों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।इस वायरल वीडियो का अब जिले भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि इस वायरल वीडियो की पुष्टि बिहार न्यूज लाइव नहीं करता है।बता दें कि इस बात का शोर भले ही देश भर में हो चला है कि अब बिहार के किसी भी जिले में शराब नहीं मिल रही है,
लेकिन इस बात को आम लोग भी सिरे से खारिज कर देते हैं। वजह की शराब के मामले में हकीकत कुछ और है। शराबबंदी कानून लागू होने के बाद देश भर में यह संदेश भले ही गया कि संपूर्ण बिहार शराब से मुक्त हो चुका है। यहां तक कि पूर्व में बिहार में मानव श्रृंखला बना कर प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर आम जनमानस तक ने नशे को ना कहने में कोई कसर बाकी नहीं रखा, लेकिन जमीनी हाकीकत की पड़ताल करें तो प्रदेश का कोई भी इलाका शराब से खाली नहीं है। हां पहले यह शराब उचित दामों में उपलब्ध थी, शराबबंदी के बाद अब इसकी कीमत दोगुनी बढ़ गई है।
हालांकि जमुई के पुलिस कप्तान डॉ शौर्य सुमन,जमुई एसडीपीओ सतीश सुमन जिले में कानून व्यवस्था कायम रखने के साथ-साथ अवैध कारोबार में शामिल शराब,बालू,पशु तस्करी एवं अन्य अबैध कारोबार को रोकने को लेकर बेहद सख्त हैं। बावजूद इसके चंद्रदीप थाना क्षेत्र से ऐसी तस्वीर एवं वीडियो सामने आई है। वहीं सूत्रों को कहना है कि अगर थाना क्षेत्र के चौकीदार व थानेदार सही हो तो शराब माफिया पर लगाम व विराम लगाया जा सकता है।
अगर जिस थाने के थानेदार अपने दायित्वों का निर्वहन करने में सुस्त हैं वहाँ देशी महुआ शराब का निर्माण एवं बिक्री जोरों पर है।उत्पाद अधीक्षक सुभाष कुमार ने बताया कि लगातार शराब के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। जानकारी मिली है जल्द ही चिन्हित कर शराब कारोबारीयों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।