सावन के पूर्णिमा तिथि पर देवी अन्नपूर्णा का हुआ श्रृंगार
बिहार न्यूज़ लाईव सावन के पूर्णिमा तिथि पर भगवती अन्नपूर्णा का हरियाली श्रृंगार किया गया। इस दौरान मंदिर प्रांगण समेत पूरे परिसर को सुगंधित पुष्पों और विद्युत झालरों से सजाया गया।
माता के गर्भगृह को रातरानी,बेला, गुलाब,गेंदा, अशोक और कामिनी की पत्तियों से सजाया गया था।
मध्याह्न भोग आरती के बाद से झांकी दर्शन सुरू हुआ जो देर रात मंदिर कपाट बंद होने तक तक चलता रहा।मंदिर प्रबंधन काशी मिश्रा ने बताया कि सुबह मंगल बेला में महंत शंकर पूरी ने माता को पंचामृत स्नान कराया गया। इसके बाद उनका श्रृंगार किया गया। उसके बाद आम भक्तों के दर्शन के लिए माता का कपाट खोल दिया गया।
मंदिर के महंत ने शाम को माता की विशेष आरती की। इसके बाद माता को भोग लगाया गया, भक्तों में प्रसाद स्वरूप वितरित किया गया। हर वर्ष की भाती सावन में हरियाली श्रृंगार पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन शुरू हुआ,
जिसमे गीतकार कन्हैया दुबे केडी के संयोजन व संचालन में मे पं सुखदेव मिश्र, अशोक पांडे के तबला वायलिन की युगलबंदी के साथ *अशोक पांडे का तबला सीताराम तो दीपक सिंह का हर हर महादेव बोला* सोनी सेठ मांडवी सिंह पं गौरव मिश्रा पं सौरभ मिश्रा के पारंपरिक कथक नृत्य के साथ मनमोहन कथक नृत्य की प्रस्तुति की तबले पर विवेक मिश्रा देवनारायण मिश्रा हारमोनियम व गायन पर गौरव मिश्रा बांसुरी पर सुधीर कुमार गौतम ने कुशल संगत किया, जौनपुर के लोक गायक रविंद्र सिंह ज्योति अभिषेक मयंक अमलेश शुक्ला व्यास मौर्य स्नेहा अवस्थी ज्योति माही सहित अनेक कलाकारों ने भजन प्रस्तुति से माता अन्नपूर्णा के दरबार में सभी को झूमने पर विवश कर दिया तबले पर बलराम मिश्रा व दीपक सिंह बैंजो पर पप्पू ढोलक पर भोला कीबोर्ड पर रंजन पैड पर वीरेंद्र ने कुशल संगत किया सभी कलाकारों को
महंत शंकरपुरी महाराज ने स्मृति चिन्ह अंग वस्त्रम रुद्राक्ष की माला प्रसाद भेंट कर आशीर्वाद दिया
अन्नपूर्णा दरबार में आस्था की कतार दिखी, आए भक्तो ने सिर झुकाकर अन्न- धन की कामना की। इस दौरान मां अन्नपूर्णा दरबार देवी के जयकार पूरे परिसर में गूंज रहा था।
Comments are closed.