मधेपुरा में कोसी ने मचाई तबाही
:जिले के आलमनगर और चौसा प्रखंड के निचले इलाके में घुसा पानी,
:दो दर्जन से अधिक गांव जलमग्न।
रंजीत कुमार/मधेपुरा
मधेपुरा में कोसी नदी ने बरपाई कहर, आलमनगर और चौसा के करीब दो दर्जन से अधिक गांव प्रभावित, खेतों में लगी हजारों एकड़ लहलहाती धान फसल भी हुआ पूरी तरह नष्ट । मीडिया में प्रमुखता से चली खबर का हुआ बड़ा असर, हरकत में आए जिला प्रशासन उदाकिशुनगंज अनुमंडल के एसडीएम एसजेड हसन के साथ मधेपुरा डीएम तरनजोत सिंह ने बाढ़ प्रभावित इलाके में नाव से किया दौरा,वहीं डीएम ने बाढ़ से प्रभावित कई गांव का लिया जायजा।
बता दें कि आलमनगर और चौसा प्रखंड में हर साल निचले इलाके में कोसी तबाही लेकर आती और करीब 4 माह तक जख्म देकर चली जाती है इन इलाकों 4 माह तक स्थानीय लोग गांव में कैद हीं रहते हैं शहर और प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क पूरी तरह ठप रहता है यातायात को लेकर महज नाव हीं एक मात्र सहारा रह जाता है। आलम यह है कि बाढ़ प्रभावित इलाके में लोग दाने दाने को मोहताज हो जाते हैं खासकर पशुचारा की भारी किल्लत हो जाती है ।
बहरहाल पिछले कई दिनों से इन इलाके में कोसी अपनी तबाही मचा रही है घरों में पानी घुसा लोग अब भी ऊंचे स्थान को कुछ कर रहे हैं लेकिन हद की इंतहा तो यह है कि यहां सरकारी स्तर पर कोई मुक्म्बल व्यवस्था नहीं है लोग भगवान भरोसे किसी तरह रात गुजारने पर मजबूर है। हालांकि जिले के आलाधिकारी सिर्फ व सिर्फ राहत और बचाव कार्यों को लेकर भरोसा हीं दे रहे हैं फिलहाल प्रभावित इलाके में सुखा राशन और पशुचारा की व्यवस्था अनिवार्य है। स्थानीय बाढ़ पीड़ित सरकार और जिला प्रशासन के तरफ से मदद की आस लगाए बैठे हैं ।
वहीं इस मामले को लेकर मधेपुरा डीएम तरनजोत सिंह ने बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद की भरोसा भी दे रहे हैं डीएम श्री सिंह ने बताया कि आज हमने बाढ़ प्रभावित कई गांव का जायजा लिया बाढ़ से निपटने हेतु सभी प्रबंध कर ली गई है तत्काल सपनी मुसहरी में मेडिकल कैंप की व्यवस्था सुनिश्चित की गई अन्य जगहों पर भी मेडिकल कैंप लगाया जा रहा है सभी जगहों पर नाव की उचित व्यवस्था है । उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रशासन को भी कई अहम निर्देश दिया गया है बहुत जल्द सभी तरह की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।