:फोन कीजिए और बता दीजिए- अगली बार 2025 के छठ में जब आपके घर का सवांग लौटेगा, तो फ़िर उसे बिहार से बाहर नौकरी-मजदूरी करने के लिए नहीं जाना पड़ेगा।
बिहार न्यूज़ लाईव मधेपुरा डेस्क: जिला संवाददाता रंजीत कुमार
मधेपुरा: जन सुराज अभियान के तहत बिहार की पदयात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने मधेपुरा में स्थानीय लोगों से बातचीत कर गांव की समस्याओं को समझने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि आपके घर के सवांग जो रोजगार के लिए बाहर गए हैं, उन्हें कॉल कर बता दीजिए कि अब उन्हें रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
2025 में जब छठ पूजा के समय आपके घर के लोग आएंगे, तो दोबारा उन्हें नौकरी या मजदूरी करने के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऐसे वादे तब पूरे किए जाएंगे जब आप भी समाज को सुधारने के लिए आगे आएंगे। आज से आपको संकल्प लेना होगा कि आधा पेट खाएंगे, मगर अपने बच्चों को शिक्षा देंगे।
:अगर आपके घर में चार बच्चे हैं और आप सबको नहीं पढ़ा सकते हैं तो किसी एक को ज़रूर पढ़ाइए: पीके.
बिहार में नेता चाहेंगे कि आपके बेटे अनपढ़ बने रहें ताकि वे जाति-मजहब के नाम पर आपसे वोट लेते रहें। इस बार जब विधानसभा के समय वोट करने जाएंगे, तो वोट उसी को दीजिएगा जो आपके बेहतर भविष्य के लिए काम करेगा। खिचड़ी और 5 किलो अनाज के लिए वोट मत कर दीजिएगा, वर्ना जिस गरीबी में आपकी जिंदगी गुजरी है, ठीक वैसे ही आपके बच्चों को गुजारनी पड़ेगी। यह लिख कर रख लीजिए। आगे उन्होंने कहा कि अगर आपके घर में चार बच्चे हैं, सबको नहीं पढ़ा सकते हैं तो किसी एक को पढ़ाइए। पढ़े का बिहार,तो बदलेगा बिहार।जनता का राज जनसूराज
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