सारण:माँझी में मंगलवार को फाइलेरिया रोगियों के बीच एमएमडीपी किट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 37 फाइलेरिया मरीजों के बीच एमएमडीपी किट का वितरण किया गया। किट का वितरण समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रोहित कुमार ने किया। इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने फाइलेरिया रोग के लक्षण, पहचान, बचाव और इसकी वजह से होने वाली परेशानी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया संक्रमित मच्छर के काटने से होती है।
इस बीमारी का सबसे बुरा पक्ष है कि इसमें जीवनभर के लिए दिव्यांगता साथ में आती है। फाइलेरिया होने के बाद लोगों को हाथी पांव के कारण चलने फिरने में जीवनभर कठिनाईयों का सामना करना पड़ता हैं। उन्होंने कहा कि इस रोग के निपटने का दो ही उपाय है। पहला इस फाइलेरिया होने ही न दिया जाए। इसके लिए साल में एक बार होने वाली सर्वजन दवा सेवन अभियान के दौरान फाइलेरिया रोधी दवा जरूर खाएं।
वहीं दूसरा उपाय इस रोग के होने पर एमएमडीपी किट के माध्यम से सूजन के स्थान को एंटीसेप्टिक और सामान्य ठंडे पानी से धोने की जरूरत है।उन्होंने इस रोग के रोक थाम के लिये जागरूकता चलाने की बात कही इस दौरान सत्येंद्र सिंह ,विवेक ब्याहुत,डॉ. आशुतोष अभिषेक, स्वास्थ्य प्रबन्धक राम मूर्ति,राकेश कुमार राम मौजूद रहे।