अररिया: मृत्युंजय शांडिल्य हुए नेपाल में सम्मानित

Rakesh Gupta

 

बिहार न्यूज़ लाइव अररिया डेस्क:  अररिया। बिराटनगर के महेंद्र मोरंग कैंपस में एकदिवसीय जितिया महोत्सव का आयोजन अप्पन बिराटगढ़ समाज के अयोजकत्व में किया गया। कार्यक्रम में मैथिली गीत संगीत एवं सांस्कृतिक कला का प्रदर्शन किया गया। झिझिया, जट जटिन, डोमकच जैसे लोक नृत्य पर उपस्थित जनसमूह झूमते रहे, वहीं गायक आकाश झा के भक्ति व पारंपरिक मैथिली गीत का भी दर्शक श्रोताओं ने जमकर आनंद उठाया।

 

समारोह के मुख्य अतिथि कोशी प्रदेश के मुख्यमंत्री हिकमत कार्की व विशिष्ट अतिथि परशुराम बस्नेत व उद्योगपति अरुण राठी थे। मुख्यमंत्री कार्की को मिथिला पेंटिंग कलाकार शिला चौधरी और रिम्मी चौधरी ने मिथिला पेंटिंग भेंट किया। समारोह में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए अप्पन बिराटगढ़ समाज की अध्यक्ष बसुंधरा झा ने मांग किया कि जितिया को नेपाल का राष्ट्रीय पर्व घोषित किया जाय और इस दिन छुट्टी की घोषणा की जाय। अन्य वक्ताओं ने भी जितिया को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने की मांग की। 

 

समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री हिकमत कार्की ने कहा कि कोशी प्रदेश सरकार इस बात से सहमत है कि जितिया को राष्ट्रीय पर्व घोषित किया जाय और इस के लिए प्रदेश सरकार जल्द  विधिसम्मत कार्य करेगी। समारोह में अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया भारत से भाजपा पिछड़ा मोर्चा के जिलाध्यक्ष दिलीप पटेल, मैथिल अभियानी मृत्युंजय शांडिल्य गुड्डू और अजित चक्रवर्ती को मंच पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में राजेश झा, विद्या मिश्रा, चाँदनी झा, शिला चौधरी, रिम्मी चौधरी सहित अन्य साहित्यकार , सामाजिक कार्यकर्ता एवं गणमान्य लोग मौजूद थे।

 

 

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