सारण: जय प्रकाश विश्वविद्यालय में भारत गंगा के मैदानो में पर्यावरण एवं सतत विकास पर हुआ राष्ट्रीय सम्मेलन
बिहार न्यूज़ लाईव सारण डेस्क: छपरा सदर : जय प्रकाश विश्वविद्यालय के जूलॉजी बिभाग में भारत गंगा के मैदानो में पर्यावरण एवं सतत विकास पर राष्ट्रीय सम्मेलन शुक्रवार को हुआ।
पर्यावरण चेतना को बढ़ाता देने की दिशा में एक अभूतपूर्व पहल में जय प्रकाश विश्वविधालय ने भारत – गंगा के मैदानो में पर्यावरण और सतत विकास पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ। जूलॉजी विभाग द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम बड़े उत्साह के साथ हुआ। जिसमे पर्यायवरण चुनौतियों से निपटने के लिए समर्पित प्रतिष्ठित व्यक्ति और विद्वान एक साथ आए।
कार्यक्रम प्रो .प्रशांत कुमार के गर्मजोशी से स्वागत के साथ शुरू हुई। आयोजन सचिव एवं जन्तु विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राणा विक्रम सिंह ने इस कार्यक्रम का संचालन किया। कुलपति सहित सम्मानित अतिथियों ने दीप प्रज्जवरित कर समारोह का विधिवत उद्घाटन किया । उट्घाटन भाषण मुख्य अतिथि ए एन कॉलेज के रसायन विभाग के डॉo रास बिहारी सिंह ने दिया। डाँ सिंह ने जल के ऊपर प्रकाश डालते हुए जल में होने वाले, फ्लोरिसिस,आर्सेनिक पर मार्गदर्शन किया और फ्लोराइड से होने वाले बीमारी पर चर्चा किये। अपने सर्वेक्षण से बताया कि पीने वाले पानी मे फ्लोराइड की मात्रा कैसे बढ़ी।
सम्मानित अतिथि में पटना मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के अर्थो के डॉ. अरविंद कुमार ने अपने बाते को साझा करते हुए पर्यायवरण के प्रति जागरूकता पर चर्चा की और पर्यावरण में हो रहे प्रदूषण पर चर्चा करते हुए बताया कि पर्यावरण को अच्छे तरह सुरक्षा करे ताकि हमारे आने वाली पीढ़ी इसका उपयोग कर सके ।
जे पी यू के कुलसचिव प्रो .रंजीत कुमार ने कहा कि पर्यावरण का सतत विकास कैसे हो, प्रकृतिक संसाधनों का इस तरह उपयोग करे कि आने वाली पीढ़ी इन संसाधनो का उपयोग कर सके।
अध्यक्षीय भाषण कार्यक्रम के संरक्षक जे पी यू के कुलपति डॉ . परमेन्द्र कुमार वाजपेयी ने दिया। भारत की खूबसूरती को प्रकाशित करते हुए पर्यावरण को कैसे सुरक्षित करे, इस पर चर्चा की और उन्होंने अपने बातो को खत्म करते हुए बोला कि विश्वविद्यालय में अवश्य पेड़ लगाए।
सम्मेलन के द्वितीय तकनीकी सत्र में पर्यावरणीय स्थिरता के महत्वपूर्ण पहलूओ पर चर्चा की गई।
इसमें भारत गंगा मैदान के लोग और उनके आवास और पर्यावरणीय रोग नियंत्रण पर चर्चा हुई।
जिसमें बहुत से युवा स्कॉलरो ने अपने विचार प्रकट किए। जिसमें उन्होने बिहार में होने वाले पर्यावरणीय रोग और पर्यावरण सतत विकास पर अपने विचार साझा की।
डॉ अरबिन्द कुमार ने हड्डी के बीमारी के बारे में विचार को साझा करते हुए कहा कि हमलोग कैसे अपने हड्डियों को स्वस्थ रखे और मजबूत बनाये ताकि ‘भविष्य में कोई हड्डी से सम्बन्धित बीमारी न हो। पर्यावरण और सतत विकास पर राष्ट्रीय सम्मेलन में विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और उत्साही लोगों के बीच आदान-प्रदान और सहयोग के लिए एक मंच प्रदान जयप्रकाश विश्वविद्यालय के द्वारा किया गया।
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