बिहार न्यूज़ लाईव _डॉ० संजय (हाजीपुर) डेस्क: स्थानीय देवचन्द महाविद्यालय के हिन्दी विभाग द्वारा ‘हिन्दी भाषा: वर्तमान और भविष्य’ विषयक एकदिवसीय संगोष्ठी आयोजित हुई । इस कार्यक्रम के आरंभ में आगत अतिथि को महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा अंगवस्त्र तथा पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया।इसके बाद मंचासीन अतिथि के कर-कमलों से दीप प्रज्ज्वलित करके इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व अध्यक्ष, विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग एवं वर्तमान अध्यक्ष, मानविकी संकाय, बी०आर० ए० बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर से पधारे प्रो०डॉ० सतीश कुमार राय ने हिन्दी भाषा:वर्तमान और भविष्य विषय पर विस्तार से व्याख्यान करने के क्रम में कहा कि भाषा हमेशा सहजता की ओर उन्मुख होती है।समतामूलक समाज की स्थापना में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका हिन्दी की है।भारत ज्ञान एवं प्रकाश करने वाला देश है।हिन्दी भाषा भारत की बहुभाषिकता और विविधता के लंबे संघर्ष की परिणति है।
उन्होंने यह भी कहा कि भाषा का संबंध किसी जाति या संप्रदाय से नहीं है। उन्होंने प्रवासी भारतीय के साहित्यिक एवं सास्कृतिक योगदान और विश्व हिन्दी सम्मेलनों के योगदान को रेखांकित करते हुए सराहा। इस अवसर पर कार्यक्रम के संरक्षक-सह-महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो०डॉ०तारकेश्वर पंडित ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि हिन्दी सभी भारतीय भाषाओं की अगुआ है और हिन्दी की उन्नति में हमारी सभी भारतीय भाषाओं की उन्नति है। इस महाविद्यालय के पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष,प्रो०डॉ०सुन्देश्वर दास ने इस संदर्भ में हिन्दी भाषा और साहित्य पर प्रकाश डाला।
संगोष्ठी में वक्ता के रूप में इस महाविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष,डॉ०आलोक कुमार सिंह, आतिफ रब्बानी एवं डॉ० जितेन्द्र कुमार द्वारा ‘हिन्दी भाषा:वर्तमान और भविष्य’ के प्रासंगिक पक्षों को रेखांकित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ०अवनीश कुमार मिश्र ने किया। इस अवसर पर डॉ० मो० अबुलैश,डॉ० विपुल कुमार बरनवाल, डॉ० सत्यप्रकाश कुमार,डॉ० सुलतान अकबर खान,डॉ०ओमप्रकाश,प्रो० मनोज कुमार तिवारी,डॉ० आमोद प्रबोधी,जमुनी लाल महाविद्यालय से पधारे डॉ० छोटे लाल गुप्ता सहित काफी संख्या में छात्र एवं छात्राओं की उपस्थिति रही।कार्यक्रम के अन्त में धन्यवाद ज्ञापन डॉ० मीना ने की।
Comments are closed.