Bihar News Live
News, Politics, Crime, Read latest news from Bihar

 

हमने पुरानी ख़बरों को archive पे डाल दिया है, पुरानी ख़बरों को पढ़ने के लिए archive.biharnewslive.com पर जाएँ।

अजमेर: पाकिस्तानी जायरीनों ने गरीब नवाज की दरगाह में पेश की चादर

181

 

*पाकिस्तानी जायरीनों ने गरीब नवाज की दरगाह में पेश की चादर
* अमन-चैन और भाईचारे की मांगी दुआ
* ⁠पाक जायरीन का दल चादर लेकर नाचते-गाते हुए दरगाह पहुंचा
* ⁠भारत और पाकिस्तान के मजबूत रिश्तों के लिए दुआ की

बिहार न्यूज़ लाइव अजमेर डेस्क: अजमेर/(हरिप्रसाद शर्मा)अजमेर में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के उर्स के मौके पर बुधवार को पाकिस्तान सरकार, एंबेसी और वहां से आए 230 जायरीनों की ओर से चादर पेश की गई। पाक जायरीन का दल चादर लेकर नाचते-गाते हुए दरगाह पहुंचा। दरगाह में चादर पेश करने के बाद भारत और पाकिस्तान के मजबूत रिश्तों के लिए दुआ की गई।

गरीब नवाज के सालाना उर्स में शिरकत करने आए पाकिस्तान के 230 जायरीन बुधवार को सुबह 11 बजे पुरानी मंडी स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल से चादर लेकर रवाना हुए। ग्रुप लीडर परवेज इकबाल के नेतृत्व में पाक जायरीनों का दल पाकिस्तान सरकार की चादर लेकर जुलूस के रूप में नाचते-गाते हुए दरगाह पहुंचा। पाक सरकार की चादर दरगाह पहुंचने पर खादिम के द्वारा जायरीनों की दस्तारबंदी कर उनका स्वागत किया गया। दरगाह में चादर पेश कर दोनों मुल्कों में प्यार बना रहे, इसे लेकर दुआ की गई।
पाकिस्तान डेलीगेशन में आए ग्रुप लीडर परवेज इकबाल ने कहा कि दरगाह में चादर पेश कर दोनों मुल्कों में आपसी भाईचारा बना रहे, इसे लेकर दुआ की गई है। उन्होंने कहा कि भारत-पाकिस्तान की दोस्ती बरकरार रहे। दोनों मुल्कों में प्रेम, मोहब्बत, भाईचारा कायम रहे। इसके साथ ही बेरोजगारी खत्म हो और प्यार बना रहे, इसकी दुआ की गई है। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार का आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने हमारी यात्रा को लेकर बहुत अच्छे इंतजाम किए हैं।

*सुरक्षा के रहे कड़े बंदोबस्त
पाक जायरीनों के दरगाह जियारत को लेकर जिला पुलिस सहित सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर रही। पाक जायरीनों के जुलूस में चप्पे-चप्पे पर पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता भी तैनात किया गया। वहीं, दरगाह परिसर में भी पाकिस्तानी जायरीनों के साथ सादा वर्दी में पुलिस के जवान भी दिखाई दिए।

 

 

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More