लगाया जानबूझ कर सर्टिफिकेट ना देने का आरोप, प्रसून जोशी के खिलाफ रौशन सिंह पहुंचे बॉम्बे हाई कोर्ट
भोजपुरी फिल्म रंग दे बसंती के निर्माता एसआरके म्यूजिक ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा इसे प्रमाणपत्र नहीं दिए जाने के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में एक रिट याचिका दायर की है। 22 मार्च को रिलीज होने वाली फिल्म को सीबीएफसी की जांच समिति ने 19 फरवरी को देखा और स्क्रीनिंग (‘यूए’ प्रमाणपत्र) के लिए मंजूरी दे दी, लेकिन प्रमाणपत्र अभी भी निर्माताओं को नहीं दिया गया, जिसके खिलाफ फिल्म के निर्माता रौशन सिंह ने अब अदालत का रुख कर लिया है।
सीबीएफसी द्वारा निर्माताओं को दिया गया अनौपचारिक कारण यह है कि अध्यक्ष चाहेंगे कि निर्माता शीर्षक बदलें। इस असामान्य ‘अनुरोध’ का एकमात्र कारण यह है कि सीबीएफसी के अध्यक्ष प्रसून जोशी हिंदी रंग दे बसंती (2006) के सह-संवाद लेखक और गीतकार थे। लेकिन क्या कभी ये वजह किसी फिल्म का सर्टिफिकेट रोके रखने की हो सकती है? भोजपुरी फिल्म रंग दे बसंती के निर्माता रौशन सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि जब बोर्ड ने फिल्म को यू/ए प्रमाण पत्र की मंजूरी दे दी, फिर प्रमाण पत्र निर्गत नहीं करना, यह गलत परंपरा को शुरुआत है। हमारी फिल्म का रिलीज डेट 22 मार्च है और अब बोर्ड का यह रवैया कतई सही नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है और न्याय हमें मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रसून जोशी की हठधर्मिता से बोर्ड का यह व्यवहार फिल्म मेकर्स में निराशा पैदा करने वाली साबित होगी।
आपको बता दें कि इस फिल्म के रिलीज को लेकर खेसारीलाल यादव ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई थी। उन्होंने एक शो के माध्यम से कहा था कि यह महज एक फिल्म नहीं, भोजपुरी भाषी समाज की भावना और देश की भक्ति भाव से ओत प्रोत है।
फिल्म रंग दे बसंती के निर्माता रौशन सिंह और सह निर्माता शर्मिला आर सिंह हैं। निर्देशक प्रेमांशु सिंह हैं। फिल्म में खेसारीलाल यादव, रति पांडे और डायना खान के साथ अमिताभ भट्टाचार्य, फिरोज खान और मास्टर ऋषभ यादव राज प्रेमी, मीर सरवर, अमित तिवारी, समर्थ चतुर्वेदी, प्रकाश जैश, ज्योति कलश, संजय महानंद, रीना रानी, श्रद्धा नवल, सुजान सिंह, सोनू पांडेय, रितु चौहान, रिंकू भारती, नेहा पाठक, खुशबू यादव, संजय वर्मा, अखिलेश कुमार अक्की, सूर्या द्विवेदी, निकिता भारद्वाज और चाहत प्रमुख भूमिका में हैं। फिल्म की कहानी मनोज कुशवाहा ने लिखी है। संगीतकार ओम झा है। गीतकार प्यारेलाल यादव ,अरविंद तिवारी, राकेश निराला, डॉ कृष्णा एन शर्मा और सत्य सावरकर हैं। पीआरओ शैलेश गिरी, रंजन सिन्हा हैं। डीओपी वासु, कोरियोग्राफर रिकी गुप्ता, कला राजीव शर्मा का है।
Comments are closed.