सावित्री माता पहाड़ी के ऊपरी हिस्से पर बने रोपवे में उस समय हड़कम्प मच गया ।जब करीब 9 फ़ीट लंबा रॉयल स्नेक यात्रियों के वेटिंग हॉल में सीलिंग के पास बनी खिड़की में नजर आया ।
मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु व स्टाफ के साथ कोई अनहोनी न हो इसीलिए तुरन्त ही इसकी सूचना पुष्कर में सांपो की जान बचाने वाली टीम पुलिसमित्र को दी गई ।
जिसपर टीम इंचार्ज अमित भट्ट के साथ स्नेक रेस्क्यूएर राजेन्द्र वच्चानी व मनीष कुमावत मौके पर पहुचे । रोपवे स्टाफ ने पुलिसमित्र टीम को जानकारी दी कि ऊपर पहाड़ी पर रोपवे आफिस में सांप को देख गया जो बेहद लंबा है । रोपवे स्टाफ ने बताया कि रोपवे के तार के सहारे लिपटकर सांप करीब 22 फ़ीट ऊपर बनी शेल्फ में छुप गया है ।
बेहद कठिन और जोखिम भरे इस रेस्क्यू में 22 फ़ीट ऊपर चढ़ने के लिए मंदिर के बाहर रखी तिपाही को लाया गया । परन्तु तिपाहे की ऊँचाई भी कम होने के कारण टीम के स्नेक रेस्क्यूएर तिपाहे से तार पर पाव रखकर एंगल के सहारे ऊपर शेल्फ में पहुचे । जमीन से 22 फ़ीट ऊपर करीब एक फ़ीट चौड़ी शेल्फ में खड़े होकर अपनी जान की परवाह न करते हुऐ पुलिसमित्र टीम के राजेन्द्र वच्चानी ने 9 फ़ीट लंबे रॉयल स्नेक को पकड़कर बिना सहारे तारो पर पाव रखते हुए तिपाहे पर उतरे जिसे टीम इंचार्ज अमित भट्ट ने सहारा दिया ।
भारत मे बड़े पैमाने पर चल रहे सर्प शिक्षा अभियान के तहत अमित भट्ट ने मौके पर मौजूद यात्रियों व स्टाफ को सर्प के बारे में शिक्षा व जानकारी देकर भय दूर किया व बताया कि अक्सर सांप भोजन की तलाश में भटकते हुए इंसानों के नजदिके आ जाते है अतः इमहे देखते ही मारने की बजाय स्नेक रेस्क्यूएर को बुलाकर सुरक्षित स्थान पर छुड़वाना चाहिए ताकि पर्यावरण का सन्तुलन भी बना रहे ।मोके पर मौजूद लोगों ने टीम के निशुल्क व निस्वार्थ कार्य को दिल से सराहा व आभार व्यक्त किया ।