Bihar News Live Desk: *बेहतर प्रशिक्षण के लिए छात्रों को मैट्रिक स्तर पर ही प्रोत्साहित किया जाना चाहिए- डीएम*
डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मैट्रिक में नामांकन के दौरान ही विद्यालयों में विद्यार्थियों का सक्रियता से मानचित्रण किया जाए। कक्षा 10 और 12 से ही प्रशिक्षण देने से बेहतर परिणाम मिलेंगे और फील्ड अधिकारियों को अपना लक्ष्य हासिल करने में भी मदद मिलेगी।
आज डीआरसीसी के पदाधिकारियों के साथ बैठक में डीएम ने डीआरसीसी भवन की स्थिति की जानकारी ली।आवेदकों को हो रही परेशानी को देखते हुए कार्यपालक अभियंता को तत्काल मरम्मत कार्य कराने के निर्देश दिए गए ।
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड और कुशल युवा कार्यक्रम जैसी प्रमुख योजनाओं के लिए डीएम ने संबंधित नोडल अधिकारियों को लक्ष्यों को बहुत गंभीरता से लेने को कहा है।
जिले के सभी कौशल विकास केन्द्रों को रैंकिंग दी जानी चाहिए। रैंकिंग बुनियादी ढांचे, प्रशिक्षण की गुणवत्ता और नामांकन की संख्या के आधार पर की जानी चाहिए|
सरकार प्रत्येक केवाईपी केंद्र को प्रति छात्र 8500 रुपये की दर से प्रोत्साहन देती है। जो केंद्र महीने दर महीने खराब प्रदर्शन कर रहे हैं, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ते के लाभार्थियों के संबंध में, प्रति ब्लॉक कम से कम 5 लाभार्थियों का प्रोफाइल तैयार करना महत्वपूर्ण है।
प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि केवल वैध लाभार्थी ही योजना का लाभ उठा सकें।
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