01 पंचायत में बनेगा 25 एकड़ का कलस्टर160 पंचायतों में बनाया जा रहा कलस्टर
श्री अन्न (मिलेट्स) की खेती के लिए किसानों को बीज पर मिलेगा अनुदान।
बिहार न्यूज़ लाइव मधेपुरा डेस्क: जिला संवाददाता रंजीत कुमार / मधेपुरा : जिले में श्री अन्न (मिलेट्स) की खेती को लेकर विशेष रूप से जोर दिया जा रहा है। इसको लेकर कृषि विभाग की ओर से किसानों को प्रोत्साहित करने की पहल शुरू कर दी गई है। किसानों को श्री अन्न (मिलेट्स) की खेती के लिए अनुदानित दर पर बीज भी उपलब्ध कराने की योजना कृषि विभाग के द्वारा लाई जा रही है। जिले के 160 पंचायतों में श्री अन्न (मिलेट्स) की खेती के लिए कलस्टर बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। मालूम हो कि जलवायु अनुकूल खेती को लेकर कृषि विभाग की से यह पहल की जा रही है। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मौसम चक्र में हो रहे बदलाव की वजह से खरीफ के मौसम में धान का उत्पादन काफी प्रभावित हो रहा है। ऐसे में किसानों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ता है। इस वजह से श्री अन्न (मिलेट्स) की खेती विशेष जोर दिया जा रहा है।
:पोषक तत्वों से भरा है श्री अन्न (मिलेट्स)
श्री अन्न (मिलेट्स) पौष्टिकता से भरपूर है। श्री अन्न (मिलेट्स) पौष्टिकता से भरपूर गेहूं और चावल से बेहतर है। प्रोटीन, विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं। श्री अन्न (मिलेट्स) फसल वर्षा-सिंचित क्षेत्र में अच्छी तरह से पनपता है। इस फसल को शुष्क जलवायु और पानी, उर्वरकों और कीटनाशकों की काफी कम आवश्यकता होती है।
:प्रत्येक पंचायत में बनेगा 25 एकड़ का कलस्टर
सरकार इस वर्ष श्री अन्न (मिलेट्स) यानी मोटे अनाज की खेती पर जोर दे रही है। मोटे अनाज से होने वाले लाभ को देखते हुए चौथे कृषि रोडमैप में मोटे अनाज को प्रोत्साहित करने की योजना बनाई गई है। मोटे अनाज यानी (मिलेट्स) की खेती कम बारिश वाले क्षेत्रों में आसानी से होती है। इसको लेकर कृषि विभाग के निर्देश पर जिले में खेती का प्लान तैयार किया गया है।
पोषक तत्व से भरपूर है श्रीअन्न (मिलेट्स)
श्री अन्न (मिलेट्स) यानी मोटा अनाज पोषक तत्व से भरपूर है। मोटे अनाज की खेती में किसानों की लगात काफी कम है। वहीं आमदनी अधिक है। कृषि विज्ञानियों का कहना है कि श्री अन्न (मिलेट्स) में पोषक तत्व काफी अधिक है। इसमें आयरन, जिंक तथा कैल्शियम जैसे खनिजों का उपयुक्त स्रोत है। श्री अन्न (मिलेट्स) ग्लूटेन-मुक्त होता है। बीमार व्यक्ति द्वारा इसका सेवन भी किया जा सकता है। मोटा अनाज के सेवन से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होता है।
:कलस्टर में इन फसलों की होगी खेती
श्री अन्न (मिलेट्स) यानी मोटा अनाज खेती अब किसानों के लिए काफी लाभ दायक है। इस फसल का बाजार मूल्य भी काफी अधिक है। वहीं लागत भी काफी कम है। श्री अन्न (मिलेट्स) यानी मोटा अनाज की खेती में ज्वार, बाजरा, मडुआ, रागी, चीना, कोदो, सांवा आदि की खेती पर जारे दिया गया है।
जिले में इस वर्ष खरीफ के मौसम में श्री अन्न (मिलेट्स) यानी मोटा अनाज की खेती पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इस फसल की खेती किसानों के लिए काफी लाभदायक है। मोटा अनाज पोषक तत्व से भरपूर है।
मनोज कुमार
उप परियोजना निदेशक, आत्मा
मोटा अनाज की खेती प्रत्येक पंचायत में कलस्टर बनाकर की जाएगी। इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। किसानों के लिए मोटे आनाज की खेती काफी लाभदायक है। इसकी खेती में काफी कम लगात आता है। वहीं बाजार मूल्य काफी बेहतर है। ऐसे में मोटे अनाज की खेती किसानों आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बेहतर पहल है।
पूनम कुमारी
जिला कृषि पदाधिकारी, मधेपुरा
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