पीड़ित शिक्षकों ने बताया कि हम सब पहले से ही मानसिक रूप से परेशान थे,अब आर्थिक संकट भी उतपन्न हो गया है
बिहार न्यूज लाईव / फारबिसगंज ।विगत कुछ महीनों से हरिपुर विद्यालय की चर्चा हर दिन चर्चा में बने रहता है। इन दिनों जब यहाँ के शिक्षकों का वेतन बंद हुआ तब से प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी की मनमानी की चर्चा हर तरफ होने लगी है। गत दिनों मीडिया की टीम द्वारा प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी से वेतन बन्द होने का कारण पूछा गया तो इनके पास न तो कोई स्पष्ट आदेश दिखा न ही कोई जवाब मिला। हद तो तब हो गया जब उक्त शिक्षकों द्वारा बी आर सी में कल आवेदन दिया गया तो किसी स्टाफ ने हरिपुर का आवेदन रिसीव नही किया। जब रात्रि प्रहरी विजय कुमार द्वारा प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी से पुछा गया तो इन्होंने साफ कहा कि हरिपुर का कोई आवेदन मेरे बिना रिसीव नही होगा।इस तरह के कार्यकलापों से प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी की मानसिकता साफ झलकती है। फिलहाल शिक्षक संगठनों में कई तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है , साथ ही आक्रोशित भी है। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अब्दुल कुद्दुस एवम अनुमंडल अध्यक्ष विद्यानन्द पासवान ने बताया कि वर्तमान प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी की बहुत शिकायते मिल रही है। जैसे ही कोई लिखित शिकायत मिलती है। संघ पुरजोर विरोध प्रदर्शन करने को बाध्य होगा। वहीं पीड़ित शिक्षकों ने बताया कि हमलोगों ने सभी संगठनों को अपनी समस्या से अवगत कराया, परन्तु अभी तक न्याय नही मिला।पीड़ित शिक्षकों ने बताया कि हम सभी का वेतन बन्द होना नियमानुकूल नही है। क्योंकि जिस दिन हम सभी को सोशल मीडिया द्वारा ट्रांसफर का पत्र मिला उसी दिन हमलोग प्राधिकार में लिखित आवेदन दे दिए थे। जिसकी सूचना बीआरसी में देने गए वहां किसी ने पत्र रिसीव नही किया। फिर हम सब ने ई मेल द्वारा सूचना भेज दिए। कल हम सभी प्राधिकार से पत्र भी ला कर दिए जिसमे हम सभी ने एक प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी को वेतन निर्गत करने का एक आवेदन भी दिया जिसे बीआरसी में किसी ने रिसीव नही किया। पीड़ित शिक्षकों ने बताया कि हम सब पहले से ही मानसिक रूप से परेशान थे,अब आर्थिक संकट भी उतपन्न हो गया है।
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