बिहार न्यूज़ लाइव मधेपुरा डेस्क रिपोर्ट :रंजीत कुमार मधेपुरा छात्रहितों के विभिन्न मुद्दों को लेकर बीएनएमयू के माननीय कुलसचिव से मिलकर राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह विश्वविद्यालय अध्यक्ष आइसा अरमान अली के नेतृत्व में गहन वार्ता हुई एवं 6 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। जिसमें पैट- 2021 के पीएचडी कोर्स वर्क एग्जाम- 2021 का परीक्षा फॉर्म अभिलंब भराया जाए एवं जल्द परीक्षा लिया जाए।
बीएनएमयू में गरीब एवं मेधावी शोधार्थियों के लिए स्कॉलरशिप की शुरूआत किया जाए। स्नातकोत्तर (सत्र- 2022-24) द्वितीय सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम अभिलंब जारी किया जाए। एम.एड एंट्रेंस टेस्ट ( एम ई टी – 2023) का आयोजन अभिलंब किया जाए। बीएनएमयू में “छठा” दीक्षांत समारोह का आयोजन जल्द किया जाए। बीएनएमयू के एकमात्र सरकारी “शिक्षा शास्त्र विभाग” (सी ई टी – सहरसा) की मान्यता पुन: बहाल किया जाए। राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह आइसा विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने कहा बीएनएमयू के सभी अधिकारी सिर्फ अपने पद की खानापूर्ति ना करें, छात्रों के लिए तत्पर रहें एवं हमेशा छात्रहित में सकारात्मक निर्णय ले।
बीएनएमयू अंतर्गत एकमात्र सरकारी शिक्षा शास्त्र विभाग सीईटी सहरसा में विगत कुछ वर्षों से नामांकन ना होना कोशी जैसे पिछड़े इलाकों के वंचित, शोषित, दलित समाज के छात्रों के साथ एक धोखा है। अधिकारियों के अनदेखी एवं लापरवाही की वजह से पूरे 100 सीटों पर नामांकन कई सालो से बंद है। साथ ही अध्यक्ष अरमान अली ने कहा विगत कुछ दिनों से बीएनएमयू प्रशासन पूरे तानाशाही रवैया अपना रही है एवं दबाव में सभी फैसले ले रही है
जो अति निंदनीय है। बीएनएमयू प्रशासन नियम-अधिनियम के तहत सभी फैसले ले एवं छात्रहित में काम करें अन्यथा छात्र संगठन आइसा बीएनएमयू में आर-पार की लड़ाई लड़ेगी एवं बीएनएमयू में चरणबद्ध आंदोलन करेगी। मौके पर आइसा नेता एजाज अख्तर, विश्वविद्यालय मीडिया प्रभारी रजकिशोर राज, दीपक कुमार, विशाल राज, संतोष कुमार सियोटा, अहकम आदिल, राहुल कुमार, अजय कुमार, भितेश कुमार, विकास कुमार आदि सभी मौजूद थे।