Bihar News Live
News, Politics, Crime, Read latest news from Bihar

जल संसाधन संबंधी स्थाई संसदीय समिति की बैठक में उठा बिहार में बाढ़ से सुरक्षा का मुद्दा

169

- sponsored -

• समिति के अध्यक्ष सांसद राजीव प्रताप रूडी ने सिंचाई, बाढ़ और बांध परियोजनाओं पर लिया समिति में शामिल सांसदों का मंतव्य
• जदयू के कार्यकारी कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद संजय झा ने कहा, गेम चेंजर साबित होगी कोसी-मेची नदी जोड़ परियोजना
• बैठक में देश के तीन हजार छोटे-बड़े डैम की सुरक्षा, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, नमामि गंगे परियोजना के प्रावधानों पर विमर्श

नई दिल्ली/ छपरा,

नेपाल और भूटान से आने वाली नदियों से देश में बाढ़ और विभिन्न नदियों में गाद की गंभीर होती समस्या के साथ-साथ कोसी-मेची नदी जोड़ परियोजना पर सारण के सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री राजीव प्रताप रूडी की अध्यक्षता में नई दिल्ली के संसदीय सौंध में जल संसाधन संबंधी स्थायी संसदीय समिति की बैठक में गंभीर विचार-विमर्श हुआ। इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, देश के 3000 से अधिक छोटे-बड़े डैम की सुरक्षा, अविरल गंगा परियोजना आदि पर भी गहन विचार मंथन हुआ। बैठक में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद श्री संजय कुमार झा ने उत्तर बिहार में बाढ़ के दीर्घकालिक समाधान और कोसी नदी की त्रासदी का मुद्दा उठाया।

बैठक में अध्यक्ष श्री राजीव प्रताप रूडी को जल संसाधन से संबंधित केंद्र सरकार के अधिकारियों ने बताया कि नमामि गंगे परियोजना के तहत इस वित्तीय वर्ष का अनुमानित बजट 3346 करोड़ रुपये है, जो पिछले वित्तीय वर्ष से 1 हजार करोड़ अधिक है। इसी प्रकार किसानों के हित में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना पर अनुमानतः 2500 करोड़ खर्च होंगे, जो पिछले वित्तीय वर्ष से करीब 1 हजार करोड़ अधिक है। इस परियोजना के तहत कुल 99 योजनाओं को शामिल किया गया है, जिसमें से 62 का कार्य पूरा हो चुका है।

बैठक में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने कोसी, गंडक और बागमती नदी में इस साल नेपाल से आये रिकार्ड जलस्राव को ध्यान में रखते हुए इनके तटबंधों के उच्चीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, प्रदेश में बाढ़ से सुरक्षा के लिए नये बराजों के निर्माण, प्रमुख नदियों के तल से गाद की सफाई और महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजनाओं के पुनर्स्थापन एवं लाइनिंग का मुद्दा उठाया।

 

उन्होंने कहा कि कोसी नदी की बाढ़ के प्रकोप को कम करने के लिए मेची-कोसी नदी परियोजना के जरिये कोसी नदी का अतिरिक्त पानी मेची नदी तक पहुंचाना है। इससे उत्तर बिहार के बड़े इलाके को कोसी नदी की त्रासदी से राहत मिलेगी। यह परियोजना खासकर पूर्णिया और सीमांचल के लिए गेम चेंजर साबित होगी। इसके कार्यान्वयन से बाढ़ का प्रकोप कम होने के साथ-साथ अररिया, कटिहार, किशनगंज एवं पूर्णिया जिले के 2,14,812 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा भी उपलब्ध हो सकेगी।

जल संसाधन संबंधी स्थायी संसदीय समिति के अध्यक्ष श्री राजीव प्रताप रूडी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस समिति में शामिल सांसद श्री संजय कुमार झा, श्री दिलीप सैकिया, श्रीमती संजना जाटव, श्री विशाल पाटील, श्रीमती धर्मशीला गुप्ता, श्रीमती सीमा द्विवेदी, श्री सागर ईश्वर खंडरे, श्री रोडमल नागर, श्री प्रतापचंद सारंगी, श्री नारायण दास अहिरवार, श्री फैयाज अहमद आदि शामिल हुए और जल संसाधन से जुड़े महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर विचार-मंथन किया गया।

- Sponsored -

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

- sponsored -

- sponsored -

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More