*पुष्कर में उमड़ा आस्था का जनसैलाब
*घाटों ,बाजारों ,मंदिरों में रही भीड़भाड़
*विश्व विख्यात ब्रह्मा मंदिर का किया विशेष श्रृंगार
पुष्कर/अजमेर (हरिप्रसाद शर्मा) :तीर्थराज पुष्कर के पवित्र सरोवर में अधिक मास की अमावस्या पर हज़ारों श्रद्धालुओं ने पुण्य की डूबकी लगाई ।बुधवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ते देखा गया । बावन घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई ।अधिक मास की वजह से पुष्कर में दिनों दिन भीड़ देखी जा सकती हैं । ज़बरदस्त भीड़ की वजह से प्रशासन भी असहाय था। बुधवार को पुष्कर घाटी में भी जाम की स्थिति बनी हुई थी ।घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की वजह से अव्यवस्थाओं के बीच महिलाओं पुरूषों ने पवित्र सरोवर में आस्था की डुबकियाँ लगाई। बाज़ारों मंदिरों में भी भारी भीड़ थी ।इस दौरान सरोवर पर अपने पूर्वजों के निमित्त तर्पण, पिंडदान , श्राद्ध किया। वहीं, मंदिर में भगवान के दर्शन कर धर्म लाभ कमाया। पुष्कर के प्रसिद्ध रबड़ी के मालपुए के अधिक मास में धार्मिक दान महत्व चलते इनकी बिक्री भी जोरों पर थी।
पवित्र अधिक मास की अमावस्या के साथ बुधवार को समाप्त हो गया। तीर्थ पुरोहित ने बताया कि मान्यताओं के अनुसार हर तीन साल में हिन्दू पंचांग के अनुसार एक माह की वृद्धि होती है। जिसे अधिक मास कहा जाता है। इस माह को पुरुषोत्तम मास के नाम से भी जाना जाता है। इस महीने में जहां सभी शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। वहीं धार्मिक अनुष्ठानों के लिए इस महीने का विशेष महत्व होता है।
विश्व विख्यात ब्रह्मा मंदिर में भगवान ब्रह्मा और वेद माता गायत्री का विशेष श्रृंगार किया गया। ब्रह्मा मंदिर के पुजारी कृष्ण गोपाल वशिष्ट ने बताया कि श्रावण मास अधिक मास की कृष्ण पक्ष अमावस्या पर ब्रह्मा जी के कृष्ण स्वरूप का राधारमण एवं गायत्री माता राधा रानी स्वरूप में श्रृंगार किया। इससे पहले भगवान ब्रह्मा का अभिषेक कर मंगला आरती की गई। भगवान के स्वरूप के दर्शन के लिए ब्रह्मा मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रही । ऐसे अन्य मंदिरो , शिवालयों में भी लगी थी।पुष्कर के बाजारों में भी मिनी मेले जैसा माहौल रहा, लेकिन प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए कोई खास व्यवस्थाएं नहीं की गई। भारी भीड़-भाड की वजह से लोगों सरोवर तक चप्पलें जूते ले जा रहे थे । ब्रह्मा मंदिर के दान राशि से नगर की सड़कों प लगायें गये पत्थर ऊबड़ खाबड़ होने के कारण श्रद्धालुओं को गिरते, ठोकरें खाते देखा गया । कई लोग ज़ख़्मी हो गये । हालाँकि घाटों पर पुलिस ज़ाब्ता तैनात किया किया गया लेकिन श्रद्धालुओं की ज़बरदस्त भीड़ की वजह से होने के कारण अपर्याप्त ही रहे ।