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हाजीपुर: तीन दिवसीय बिहार ध्यान यज्ञ 2023 का हुआ समापन, भारत के कई जगहों से पधारे ध्यान साधक….

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बिहार न्यूज़ लाईव_डॉ० संजय (हाजीपुर) डेस्क: तीन दिवसीय (30 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक) बिहार ध्यान यज्ञ 2023 का समापन हुआ।
पिरामिड स्पिरिचुअल सोसायटीज़ मूवमेंट(पीएसएसएम), बिहार के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।
दीप प्रज्ज्वलन भारत के ध्यान विशेषज्ञों के कर-कमलों से हुआ।
कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद ध्यान सत्र में भारत के विभिन्न ध्यान साधकों ने भाग लिया।
जे. पी. इवनिंग कॉलेज परिसर में आयोजित यह कार्यक्रम प्रतिदिन सुबह 6 बजे से रात्रि 8 बजे तक आयोजित की गई जिसमें भारत की प्राचीन ध्यान पद्धति आनापानासति का अभ्यास कराया गया।आनापानासति ध्यान भगवान बुद्ध द्वारा 2500 साल पहले सभी क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार किया गया था जो धीरे-धीरे विलुप्त होता गया। इस विलुप्त होती आनापानासति ध्यान पद्धति को पुनर्जीवित करने का पी एस एस एम,बिहार ने संकल्प लिया और इस क्रम में वैशाली ज़िला के हाजीपुर में जे. पी. इवनिंग कॉलेज परिसर में बिहार ध्यान यज्ञ 2023 का आयोजन किया गया है।
इस दौरान हैदराबाद,तेलंगाना से आयी मास्टर रागिनी सेल्वाराज ने बुद्ध के अष्टांगमार्ग पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला और करुणा और अहिंसा पर विशेष रुप से बल दिया।
इस क्रम में भाग लेने वाले विशेष वक्ताओं में ललिता पवार(बेंगलुरु), सुवर्णा सुव्वी(भिलाई, चतीसगढ़), मास्टर पल्लवी (गुडगाँव, हरियाणा), मिट्टा मनोहर (हैदराबाद, तेलंगाना), डॉक्टर एस. रंजन (दिल्ली), कृष्णा बोम्मा रेड्डी(गुडगाँव, हरियाणा), चारू थपलियाल (दिल्ली), आकाश सूरि (दिल्ली), पी. वी. रामाराजु (विशाखापटनम) सहित दर्जनों ध्यान विशेषज्ञों ने ध्यान विज्ञान और अध्यात्म के विषयों पर अपनी-अपनी बात रखी।
कार्यक्रम के दूसरे दिवस पर यानी 1 अक्टूबर, 2023 को ध्यानसत्र और ज्ञान सत्र चला।
कार्यक्रम के तीसरे दिवस यानी 2 अक्टूबर, 2023 को गांधी जयंती है; इसीलिए इस यज्ञ के ध्यान विशेषज्ञों के द्वारा अहिंसा ओर कर्म सिद्धान्त पर विशेष रूप से चर्चा की गई और लोगों को शाकाहारी बनने के लिए प्रेरित किया गया।
इस क्रम में उपस्थित जन-समूह के बीच ध्यान विशेषज्ञों ने पिरामिड से मिलने वाली ऊर्ज़ा और लाभ के बारे में बताया और पिरामिड ध्यान की क्रिया विधि के बारे में भी बताया।
इस तीन दिवसीय ध्यान और ज्ञान- सत्र के अंत में सभी ध्यान विशेषज्ञों को सम्मान स्वरूप मधुबनी पेंटिंग के द्वारा बनाया गया महात्मा बुद्ध का चिंत्र भेंट किया गया।
ध्यान और ज्ञान सत्र के अंत में धन्यवाद ज्ञापन जे. पी. इवनिंग कॉलेज के निदेशक, संजय वर्मा के द्वारा किया गया।
तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन हाजीपुर शहर में शाकाहार रैली निकाल कर की गई।
यह शाकाहार रैली स्थानीय विद्या विहार स्कूल से आरंभ होकर शहर के विभिन्न चौक,चौराहे से गुजरी।
इस बिहार ध्यान यज्ञ 2023 में लगभग 300 लोगो में भाग लिया।
विश्व शांति और लोक कल्याण के लिए समर्पित पी एस एस एम, बिहार ने बिहार ध्यान यज्ञ 2023 का नि: शुल्क आयोजन किया और भविष्य में भी कार्यक्रम का आयोजन हर साल होता रहेगा ताकि अधिकाधिक लोग इससे लाभ ले सकें और ज्ञान प्राप्त कर अपने जीवन में शांति स्थपित कर सकें।

 

 

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