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ऐतिहासिक गांधी आश्रम में स्वतंत्रता सेनानी पं0 जयनंदन झा की 44वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धा-सुमन, परिचर्चा व सम्मान समारोह आयोजित

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डॉ० संजय (हाजीपुर)–
ऐतिहासिक गांधी आश्रम परिसर में बिहार से आजादी की लड़ाई में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानी पं०जयनंदन झा की 44वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी स्मृति में पं0 जयनंदन झा फाउंडेशन द्वारा परिचर्चा -सह-सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पधारे विशिष्ट अतिथियों को इस फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ० आनंद मोहन झा के द्वारा शाॅल, पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया।किया गया।समारोह का उदघाटन बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन,पटना के अध्यक्ष, डॉ०अनिल सुलभ ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।कार्यक्रम के आरंभ में आगत विशिष्ट अतिथियों तथा उपस्थित लोगों के द्वारा पंडित जय नंदन झा के चित्र पर माल्यार्पण तथा पुष्पांजलि अर्पित की गई । इसके बाद मंगलाचरण में दो गीत तथा एक कविता पाठ हुआ।इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए बिहार हिन्दी साहित्य ससम्मेलन, पटना के अध्यक्ष, डॉ० अनिल सुलभ ने कहा कि पं0 जयनंदन झा लोकतंत्र के समर्थक थे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की स्वतंत्रता आंदोलन में जिन स्वतंत्रता सेनानियों ने महात्मा गांधी के सत्याग्रह आंदोलन में सहयोग किया उनमें पंडित जयनंदन झा अगली पंक्ति में के स्वतंत्रता सेनानी थे ।

 

 

समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के शिक्षाशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ० ध्रुव कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि पं० जयनंदन झा ने आज़ादी की लड़ाई में अपना सबकुछ दांव पर लगाकर पूरे समर्पण के साथ भाग लिया था। उनके आग्रह पर ही महात्मा गांधी हाजीपुर में इस स्थल पर आए थे,जहां पर उन्होंने प्रवास किया था।विशेष रूप से युवाओं से अपील की कि उन स्वतंत्रता सेनानियों को केवल स्मरण ही नहीं, वरन् उनके व्यक्तित्व तथा कृतित्व से सीख लेने की जरूरत है कि तत्कालीन किन विपरीत परिस्थितियों में उन्होंने जीत हासिल की।आज़ादी की लड़ाई में इनकी प्रेरणा से हाजीपुर क्रांतिकारियों का मुख्य केंद्र बन गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित दूरदर्शन केंद्र,पटना के कार्यक्रम प्रमुख,डॉ० राजकुमार नाहर ने अपने संबोधन में कहा कि यह जानकर मन हर्षित हुआ कि पंडित जय नंदन झा के विशेष आग्रह पर महात्मा गांधी यहाँ पधारे थे और जिन स्वतंत्रता सेनानियों के कारण देश आजाद हुआ था उनका सम्मान ,उनसे जुड़े लोगों का सम्मान सबसे बड़ा सम्मान है।उन्होंने गांधीजी के सत्याग्रही विचारधारा से प्रभावित होकर सत्याग्रह के विचार को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया।

गुरुनानक मिशनरी सेंटर, पटना के अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह ने कहा कि हमें हमेशा अपने पूर्वजों का आदर करना चाहिए और पं0 जयनंदन झा के पौत्र डॉ. आनंद मोहन झा ने इस समारोह को आयोजित कर एक बेहतर परंपरा की शुरुआत की है। समारोह के विशिष्ट अतिथि, देवचन्द महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ. तारकेश्वर पंडित ने कहा कि पं0 जयनंदन झा ने इस पूरे क्षेत्र में गांधी जी के सत्याग्रह से लोगों को परिचय कराते हुए राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया। उनकी नज़र में सबसे बड़ा धर्म व सेवा राष्ट्रसेवा है। वे बिहार के धरोहर थे। पूर्व सांसद प्रतिनिधि अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानना चाहिए और उनके विचारों को आत्मसात करना चाहिए।

ऑल इंडिया आर एम पी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, डॉ०सुबोध सिंह ने कहा कि पं. जयनंदन झा भारत के प्रमुख सत्याग्रहियों में शुमार किए जाते है। हमें उनके विचारों का अनुसरण करना चाहिए। अधिवक्ता -सह- समाजसेवी राजेश वल्लभ ने कहा कि पंडित जयनंदन झा ने आजादी की लड़ाई में अहिंसावादी मार्ग को अपनाया और यह साबित किया कि अहिंसा के मार्ग पर चलकर अपनी मंजिल तक पहुंचा जा सकता है। कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ० आनंद मोहन झा ने कहा कि मेरे दादाजी पं0 जयनंदन झा का प्रभाव मेरे व्यक्तित्व पर है और हमारा फाउंडेशन उनके सपनों को साकार करने के लिए संकल्पित है। समारोह के स्वागताध्यक्ष डॉ० शशिभूषण कुमार ने इस अवसर पर पधारे सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि पंडित जयनंदन झा मानवतावाद के समर्थक थे और परतंत्रता के घोर विरोधी थे ।उन्होंने आजाद भारत के विचार को जन-जन तक फैलाया।मंच संचालन करते हुए मानव अधिकार विशेषज्ञ,अमित कुमार ‘विश्वास’ ने कहा कि पं0 जयनंदन झा ने लोकतंत्र की धरती वैशाली में जन्म लिया और उन्हें अपने विचारों में साहसी व पराक्रमी बनने का संदेश दिया है। विमल प्रसाद सिंह ने संस्मरण सुनाते हुए कहा कि पं0 जयनंदन झा बचपन से ही क्रांतिकारी विचारों से लबरेज थे।

समारोह में स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से आए सदस्यों को विशिष्ट अतिथियों के कर -कमलों से स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकार सम्मान स्वरूप शाॅल मोमेंटो तथा सम्मान -पत्र देकर सम्मानित किया गया । इस क्रम में पं0 राजकुमार शुक्ल के परिवार से सुमित कुमार वत्स , रामनरेश प्रसाद उर्फ आजाद के परिवार से कमल नयन श्रीवास्तव, सीताराम सिंह के परिवार से प्रो0 अपर्णा कुमारी, बेचन राय के परिवार से वसंत कुमार जी को सम्मानित किया गया। समाज को बेहतर दिशा देने वाले समाजसेवियों को पं0 जयनंदन झा जनसेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। इस क्रम में यह सम्मान शशि भूषण कुमार, अमरेंद्र कुमार, अमित कुमार विश्वास, विकास आनंद, अमरनाथ कुमार, रतन कुमार, डॉ. यू . एस. गौतम, मनोरंजन वर्मा, सुमन कुमार सिंह, नंद किशोर झा, अनीश कुमार, अवधेश कुमार सिंह, मेदनी कुमार मेनन, गोविंद वल्लभ रमन, डॉ०संजय विजित्वर को दिया गया।समारोह में कविता नारायण, चंदा जेशना, साक्षी गोस्वामी ने राष्ट्र गान गाया। समारोह में राधामोहन झा, पी. चंद्र पाठक, जय प्रकाश झा, गंगेश गुंजन सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए।

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