मधेपुरा। स्वतंत्रता सेनानी सहित ग्रामीणों ने अपर सचिव शिक्षा विभाग को दिया आवेदन,रखी विद्यालय संबंधी विभिन्न मांग
🔴 राजकीय बुनियादी विद्यालय खाड़ा का पुराने ईंट-खपड़ा का भवन अब खंडहर में तब्दील।
🔴 1952 से बेसिक स्कूल, खाड़ा पंचायत में है संचालित।
🔴 वर्षों पूर्व बने तीन कमरे में पढ रहे करीब 7 सौ बच्चे।
🔴 शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को खाड़ा की स्वतंत्रता सेनानी गायत्री मिश्रा की अगुवाई में ग्रामीणों ने मेल सहित उचित माध्यमों से भेजा मांग पत्र।
रिपोर्ट : पुष्पम कुमार/ उदाकिशुनगंज।
बिहार राज्य के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव मीडिया में दिए रामायण पर अपनी बयानों से सुर्खियों में बने हैं। इधर बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक विद्यालय में शिक्षा का माहौल,शिक्षण व्यवस्था,शिक्षकों की उपस्थिति एवं छात्रों की उपस्थिति सहित अन्य समस्याओं को “आन द स्पॉट” निदान करते देखे जा रहे हैं।
बात करें मधेपुरा जिला का तो बिहार के शिक्षा मंत्री सह मधेपुरा के राजद विधायक चंद्रशेखर यादव मधेपुरा जिला के ही निवासी हैं। इनके गृह जिला में उदाकिशुनगंज प्रखंड का इकलौता बेसिक स्कूल (राजकीय बुनियादी विद्यालय) खाड़ा है।
🔴 विद्यालय से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां–
मिल रही जानकारी से खाड़ा पंचायत में अवस्थित इस विद्यालय की जमीन खाड़ा के जमींदार अमीलाल बबुआ ने स्कूल के निर्माण के लिए दान में दी थी। यह विद्यालय 1952 में स्थापित बताया जा रहा है। कुछ शुरुआती वर्षों में यहां की शिक्षा व्यवस्था,भवन और वातावरण बेहद प्रशंसनीय माना जाता रहा।
मिल रही जानकारी से वर्ष 2003 में पुराने ईंट-खपड़ा के जीर्ण भवन का मरम्मत करवाया गया था। वर्ष 2009 के आसपास यह पूराने भवन मलवे में तब्दील हो गया। बताया जा रहा है कि इस बीच यहां शिक्षकों का नियुक्ति भी नगन्य रहा। इसके पश्चात वर्ष 2009 के करीब चार कमरे का नया विद्यालय भवन बना और इसी भवन में पठन-पाठन संचालित किए जाने लगे। वर्तमान समय में कुल 13 शिक्षक पदस्थापित हैं। जिसमें कुछ शिक्षक दूसरे पंचायत के विद्यालय में प्रतिनियुक्त कर भेजे गए हैं। कहने को तो यह बेसिक स्कूल है। वर्तमान में इस विद्यालय में 683 नामांकित बच्चें को बैठने हेतु मात्र तीन कमरे हैं।
जिसमें उपस्थित बच्चों को किस तरह शिक्षा मिल रही है ? यह प्रश्नचिन्ह खड़ी करने वाली बात है ! खुले मैदान में बच्चों को पेड़ के नीचे अथवा खुले आसमां में जमीन पर बैठाकर धूप-वर्षा, जाड़ा-गर्मी में बच्चों को पढ़ाया जाना कहां तक सही है? क्या ये शिक्षा विभाग की नाकामियों को नहीं दर्शाता है? क्या ये बच्चों के शिक्षाधिकार का हनन का मामला नहीं कहा जा सकता है ?
(विद्यालय संबंधी प्रकाशित खबर व आवेदन)
🔴 सैंकड़ों ग्रामीणों के साथ स्वतंत्रता सेनानी गायत्री मिश्रा ने दी आवेदन-
इसी परिप्रेक्ष्य में खाड़ा की प्रतिष्ठित व वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी गायत्री मिश्रा की अगुवाई में वर्तमान मुखिया ध्रुव कुमार ठाकुर,सरपंच मुन्नी देवी, राघवेन्द्र झा, शिवशंकर झा, त्रिभुवन मिश्रा, मिश्रा,रघुनंदन मिश्रा,पंकज कुमार झा,अभिनंदन झा,चंदन कुमार झा, जितेन्द्र पंडित,राजकिशोर राम, विश्वनाथ झा, राजेन्द्र सिंह,मंटू कुमार मंडल सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को भवन निर्माण सहित अन्य मांग पत्र मेल व उचित माध्यम से सौंपकर अग्रेत्तर कार्रवाई की मांग की है।
आवेदन में बिहार में शिक्षा विभाग की खामियां को दर्शाते हुए कहीं एक कमरें में पांच कक्षाएं संचालित किए जाने की बात लिखी गई है तो कहीं बच्चों को बैठने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं होने के कारण कक्षाएं खुले आसमान के नीचे तो कहीं पेड़ के नीचे लगाए जाने की बात कही गई है। आवेदन में बच्चों को जाड़ा,गर्मी,बरसात सहित अन्य मौसम में बाहर पढ़ने को मजबूर होने का भी जिक्र है। आवेदन में वर्णित है कि अगर बारिश होने लगती है तो बच्चे को खड़ा होने के लिए भी वर्तमान तीन कमरे की भवन में जगह नहीं मिल पाती है। मजबूरन बच्चे भागकर घर आ जाते हैं। इसके बावजूद कभी अधिकारियों का दौरा होता है तो जबरन सभी बच्चे को कमरें में ठूंसे जाने और कई बार बच्चे का बेहोश हो जाने की बात कही गई है। ग्रामीणों ने विद्यालय में चहारदीवारी नहीं होने के कारण कभी बच्चे स्कूल से भाग जाने और पशुपालकों के द्वारा जानवरों को मैदान में छोड़े जाने से बच्चों को खतरा होने की भी बात कही है। आगे चहारदीवारी नहीं रहने के कारण विद्यालय परिसर में नशेड़ियों का अड्डा बन जाने और विद्यालय से पंखे और चापाकल की चोरी होने की भी बातें लिखी गई है। आगे आवेदन में लिखा गया है कि भवन निर्माण,चहारदीवारी तथा विकसित खेल परिसर के साथ निर्माण कार्य कराए जाएं तथा विधि व्यवस्था ठीक किए जाएं इससे पहले विद्यालय में यथाशीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था की जाय नहीं तो ग्रामीणों के द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।
इस तरह देखा जाए तो विद्यालय की समस्याओं को बार-बार स्थानीय मीडिया प्रतिनिधि संजीव कश्यप,सुमन कुमार सिंह,गुड्डु कुमार ठाकुर,पुष्पम कुमार सहित अन्य ने अखबार,यूट्यूब चैनल,वेब मीडिया के माध्यम से प्रकाशित किया है। जिसे ग्रामीणों ने बिहार के मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री,शिक्षा मंत्री, वरीय पदाधिकारी सहित प्रधानमंत्री तक को शोशल मीडिया के माध्यम से इस खबर की प्रति भेजकर अवगत कराया है।
ग्रामीणों द्वारा विद्यालय की व्यवस्था सुदृढ़ीकरण और भवन निर्माण सहित अन्य मांग की आवेदन की प्रतिलिपि जिलाधिकारी मधेपुरा, जिला शिक्षा पदाधिकारी मधेपुरा,एसडीएम उदाकिशुनगंज,प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उदाकिशुनगंज एवं अन्य पदाधिकारी को भी दी गई है।
🔴 प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कहती हैं –
इस बिषय में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी निर्मला कुमारी बताती हैं कि इस तरह की भवन की समस्या से संबंधित भवन निर्माण हेतु जिला में आवंटन किया गया है। इसे विद्यालय में बने पूर्व के भवन के उपर भवन बनाने हेतु जल्द कार्रवाई की जाएगी।
इस मसले पर ग्रामीण संजय झा,शशिभूषण झा,महंथ झा,कमलेश प्रसाद सिंह, सुधाकर झा, श्यामानंद झा, पूर्व मुखिया सुनिल कुमार सिंह, जयकृष्ण झा,गोपाल झा,दीपक कुमार ठाकुर,किशोर झा,मनीष कुमार झा,ज्ञान झा,माधव झा,रंजू देवी,मुन्नी देवी,मीरा देवी,तारा देवी सहित सौकड़ों लोगों ने भी भवन निर्माण की मांग को लेकर वरीय पदाधिकारी से शीघ्र उचित कार्रवाई की मांग की है।
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