बिहार न्यूज़ लाइव पूर्णिया डेस्क वरीय संवाददाता अंकित सिंह / पूर्णिया। जिले के रूपौली प्रखंड के भिखना गांव में श्रीश्री 1008 विष्णु महायज्ञ स्थल परिसर में 11 फरवरी से शुरू हुए नौ दिवसीय विष्णु महायज्ञ में सात दिवसीय भागवत कथा के दूसरे दिन बुधवार को यज्ञ स्थल सहित आसपास की धरती आस्था और भक्ति में डूबी रही। राधे-राधे,जय श्री राम के नारों के बीच एक लाख से अधिक महिला और पुरुषों ने हवन कुंड का परिक्रमा कर पूजा-पाठ किया।
स्थानीय लोगों के अलावा पूर्णिया,अररिया, मधेपुरा,सुपौल,सहरसा,कटिहार के इलाकों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने बुधवार को भिखना में यज्ञ स्थल पर पहुंचकर पूजा-पाठ,हवन-पूजन किया। गांव-गांव से श्रद्धालुओं का जत्था भिखना यज्ञ स्थल धाम पहुंचकर पूजा-पाठ करते रहे। रुक-रुक कर जारी वर्षा पर आस्था का उत्साह भाड़ी पड़ता दिखा। वर्षा में भींग कर नाचते-गाते श्रद्धालु यज्ञ स्थल पहुंचे और भींग कर भी कतार में लगे रहे। पुरुषो की अपेक्षा बुधवार को महिला श्रद्धालुओं की संख्या अधिक दिखी।
इधर,पश्चिम दिशा के बहदुरा बाजार से लेकर भिखना यज्ञ स्थल तक पूरव दिशा के महुआबाड़ी से यज्ञ स्थल तक श्रद्धालुओं से पटा रहा। बताया जाता है,कि 10 फरवरी शनिवार की रात से हीं यज्ञ स्थल में श्रद्धालुओं की कतार लग गई। रविवार को अहले सुबह से कलश यात्रा के उपरांत दोपहर से शुरू हुए हवन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। जिसके बाद से लगातार श्रद्धालु भिखना की धरती पर हो रहे श्रीश्री 1008 विष्णु महायज्ञ में हवन-पूजन करते देखे जा रहे हैं। रविवार के दोपहर से शुरू हुए हवन-पूजन लगातार जारी है। यज्ञ कमिटी से मिली जानकारी अनुसार यज्ञ स्थल परिसर में विभिन्न पूजन व अनुष्ठान 19 फरवरी तक जारी रहेगा। इस दौरान भिखना सहित आसपास के इलाकों तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती किया गया है। सीसी टीभी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।
नियंत्रण कक्ष भी काम करता है। इस दौरान लगातार अकबरपुर ओपी एसएचओ अनुज कुमार राज,एसआई गौतम कुमार यादव,राजेश्वर कुमार,परमानंद कुमार,पप्पू कुमार एवं रूपौली थाने के एसएचओ सहित एसआई अभिषेक कुमार सिंह यज्ञ स्थल पर पहुंचकर विधि व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधा का जायजा लेते दिखे। वहीं यज्ञ स्थल परिसर में हो रहे सात दिवसीय भागवत कथा के प्रवचन मंच से मुख्य कथा वाचक महामंडलेश्वर राष्ट्रीय संत स्वामी इंद्रदेव जी सरस्वती महाराज ने भागवत कथा के दूसरे दिन बुधवार को अपने प्रवचन के दौरान कहा,कि जिस स्थान पर भागवत कथा व देवीय कार्य होते हैं,वहां पर निश्चित रूप से भगवान का वास होता है। जो श्रद्वालु मन से कथा का श्रवण करते हैं,उन्हें इच्छित फल की प्राप्ति के साथ प्रभु का आशीर्वाद स्वयं प्राप्त हो जाता है उनके सारे कष्ट दूर होते हैं।
श्री महाराज ने श्रद्धालुओं को भजन कीर्तन व कहानियों के माध्यम से जयकार करने के फायदे बताते हुए कहा,कि जो भी श्रध्दालु भगवान के जयकारे लगाता हैं उसके सारे पाप खत्म हो जाते हैं,जितने दूर तक जयकारे की गूंज जाती है उतने दूर तक काली शक्ति अपना असर नहीं दिखा पाती है।
जयकारे की ध्वनि एक बेहतर वातावरण निर्मित करती है इसके साथ हीं कृष्ण प्रसंग,समुद्र मंथन,अमृत कलश से लेकर देवी,देवता भक्तों में सत्य असत्य में जीत हासिल किसकी होती है। उसका वाचन हजारों श्रद्धालुओं के समक्ष कर रहे हैं,दूर-दराज से आने वाले भक्त एकटक इन्द्रदेव जी महाराज के साथ भागवत कथा में रमकर राधे-राधे के नारे लगाते हुए हल्की सी ठंड की मौसमी रात के असर को अहसास हीं नहीं होने देते हैं।
आस्था का सैलाब ऐसा उमड़ रहा है,कि भागवत कथा परिसर में महाराज के प्रवचन को सुनने के लिए जगह कम पड़ रही है।इस पावन अवसर पर कई जिले के श्रद्धालु भिखना पहुंच रहे हैं। मुख्य कथा वाचक महामंडलेश्वर राष्ट्रीय संत स्वामी इंद्रदेव जी सरस्वती महाराज से आशीर्वाद व कथा सुनने रोज आम क्या खास लोगों का आना-जाना इन दिनों चल रहा है।