बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क: छपरा ।
जय प्रकाश विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में कुलपति प्रो.फारूक अली की अध्यक्षता में शनिवार को बौद्धिक संपदा अधिकार एवं अनुसंधान नैतिकता विषयक सेमिनार का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का प्रारंभ कुलदेवता लोकनायक जयप्रकाश नारायण के तैल चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्वलित करके हुआ।एन एस एस की स्वयंसेविकाओ ने कुलगीत गाया।कुमारी अनूषा पी जी की स्वयंसेविका ने संस्कृत में स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
आई क्यू ए सी के डायरेक्टर प्रोफेसर यू एस ओझा ने विषय प्रवेश किया। कुलपति ने बौद्धिक सम्पदा अधिनियम पर प्रकाश डाला तथा कहा कि बिहार सभी राज्यों को पहले से ही दिशा देने का काम कर रहा है जो बिहार आज सोच रहा है,देश दुनियां बहुत बाद में सोचती है।बौद्धिक सम्पदा अधिकार अधिनियम का पूरा इतिहास कुलपति ने बताया।
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के गणित विभाग के प्रोफेसर एन के अग्रवाल ने कहा कि
बौद्धिक सम्पदा के सामने बहुत गतिरोध आने वाला है।शोध कोई और करता है और लाभ कोई और ले जाता है। प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि ऐसे नवाचार जिनका हम पालन करते हैं उन्हे समय समय पर सम्मानित करना है।अनुसंधान नैतिकता में गोपनीयता बनाये रखना बहुत जरूरी है।शोध कर्ता एवं समाज की खांई को हम इसके द्वारा पाट सकते हैं।
हम लोग इस क्षेत्र में काम करें। कुलपति ने जयप्रकाश विश्विद्यालय की तरफ से प्रोफेसर एन के अग्रवाल को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया ।मुख्य अतिथि एवं संसाधन पुरुष प्रोफेसर एन के अग्रवाल शैक्षणिक सलाहकार विहार सरकार ने कहा कि जयप्रकाश विश्विद्यालय ने आज का यह कार्यक्रम करवाकर पूरे बिहार के समस्त विश्विद्यालय को एक दिशा देने का कार्य किया।प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि इस तरह का कार्यक्रम अब आप सब हर सप्ताह, हर महीने किया करें।
इस अवसर पर प्रोफेसर अनिल कुमार सिंह संकायाध्यक्ष सह परीक्षा नियंत्रक ,प्रोफेसर कुमार मोती संकायाध्यक्ष, प्रोफेसर लक्ष्मण सिंह , प्रो वैद्यनाथ मिश्र ड़ॉ आर पी श्रीवास्तव डॉ सिद्धार्थ शंकर, प्रोफेसर अजय कुमार, प्रोफेसर सैयद रजा,प्रोफेसर बी एन मिश्रा , डॉ राणा विक्रम सिंह डॉ सुधीर कुमार सिंह, डॉ शची मिश्रा डॉ सोनाली, डॉ अर्चना,डॉ पूनम सिंह तथा अन्य विश्वविद्यालय के अधिकारीगण और शिक्षकेतर कर्मचारी भी मौजूद थे।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ मोहम्मद सरफराज अहमद कुलसचिव एवं संचालन पी आर ओ प्रो हरिश्चन्द ने किया।