बिहार न्यूज़ लाइव / बिहारशरीफ(नालंदा)28मई- नालंदा के डीएम शशांक शुभंकर ने महिला हेल्पलाइन एवं वन स्टॉप सेंटर के कार्यों कि समीक्षा की।जिसमें बताया गया है कि विभिन्न स्रोतों से प्राप्त वर्त्तमान में 36 मामलों में से 18 मामलों का निष्पादन किया गया है।
इन मामलों में से 12 मामलों में आवश्यक परामर्श, 3 मामलों में दोनों पक्षों के बीच सुलह तथा एक मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की गई है।समीक्षा के क्रम में ज्ञात हुआ कि मामलों के निष्पादन हेतु किसी भी तरह की समय सीमा का निर्धारण एवं अनुपालन नहीं किया गया है। जिलाधिकारी ने इन पर काफी अप्रसन्नता व्यक्त किया। उन्होंने महिला विकास निगम के डीपीएम से स्पष्टीकरण पूछा।उन्होंने महिला हेल्पलाइन के प्रभारी पदाधिकारी -सह- जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आईसीडीएस) एवं महिला विकास निगम के डीपीएम को विभागीय मार्गदर्शिका के प्रावधानों के अनुरूप सभी कार्यों का निष्पादन सुनिश्चित करने को कहा।
सभी अधीनस्थ पदाधिकारी एवं कर्मियों को विभागीय मार्गदर्शिका के प्रावधानों के बारे में विस्तृत जानकारी देने को कहा गया है।उन्होंने मामलों की सुनवाई से सम्बंधित पंजी का भी अवलोकन किया। सभी मामलों के निष्पादन हेतु की जा रही कार्रवाई को स्पष्टता के साथ तिथिवार पंजी/संचिका में संधारित करने का स्पष्ट निदेश दिया गया।साथ हीं यह भी बताया गया कि महिला हेल्पलाइन में वर्त्तमान में कार्यरत दो कॉउंसलर में से एक द्वारा त्यागपत्र दे दिया गया है। जिलाधिकारी ने अविलंब विभागीय प्रक्रिया के तहत कॉउंसलर के चयन का निदेश दिया गया है।
विभागीय मार्गदर्शिका के अनुरूप कॉउंसलर पीड़ित पक्ष के घर पर जाकर काउंसेलिंग करें। नियमानुसार संबंधित थाने को भी मामले की जानकारी दें।
पीड़ित के गृह भ्रमण हेतु कॉउंसलर को नियमा�